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केएलएफ सदस्य की गिरफ्तारी के बाद सामने आए चौंकाने वाले तथ्य, पुलिस सत्यापन पर भी उठे सवाल - रुड़की में खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स सदस्य गिरफ्तार

रुड़की में खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के सदस्य की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है. आरोपी बहन के यहां पहचान छिपाकर रह रहा था. इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं.

खालिस्तान
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Published : Feb 6, 2020, 2:34 PM IST

रुड़की: खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) के सदस्य की गिरफ्तारी मामले में पुलिस तेजी से जांच में जुटी है. पुलिस मामले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है. केएलएफ के सदस्य की गिरफ्तारी के बाद कई नए तथ्य सामने आए हैं. बीते एक फरवरी को खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के एक सदस्य आशीष गगुनी को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने पकड़ा था.

इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया था. इसी प्रकरण को लेकर अब स्थानीय पुलिस जांच में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि पकड़ा गया सदस्य आशीष रुड़की में अपनी मुंह बोली बहन के यहां पहचान छिपाकर रह रहा था. आरोपी के रुड़की के कई बड़े कारोबारियों से गहरे सम्बंध बताए जा रहे हैं.

मामले की जांच में जुटी पुलिस.

ये भी सामने आया है कि आरोपी ने ने रुड़की और हरिद्वार में अपना कारोबार जमाना भी शुरू कर दिया था. इन तमाम पहलुओं को लेकर खुफिया विभाग आशीष की कुंडली खंगालने में जुट गया है. इसी के मद्देनजर रुड़की पुलिस ने आशीष के मकान मालिक पर सत्यापन ना कराने को लेकर 10 हजार का जुर्माना लगाया है.

बता दें कि बीती 1 फरवरी को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से रुड़की के जादूगर रोड स्थित एक मकान से आशीष गगुनी नामक एक युवक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गए थी. पुलिस खुलासे में जानकारी मिली थी कि गिरफ्तार युवक आशीष केएलएफ संगठन को हथियार सप्लाई करता था. आरोपी आशीष पर संगीन धाराओं में कई मुकद्दमे दर्ज हैं. आरोपी जमानत पर बाहर था और रुड़की में पहचान छिपाकर अपनी मुंहबोली बहन के यहां रह रहा था.

यह भी पढ़ेंः रुड़की पुलिस पर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सदस्य को शह देने का आरोप, गोपनीय जांच शुरू

यूपी एटीएस की टीम और पंजाब पुलिस ने सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार किया. इस घटना के बाद पुलिस के सत्यापन अभियान पर भी सवाल उठ रहे हैं.

एसपी देहात स्वप्न किशोर का कहना है कि समाज के बीच ही अपराधी घुल मिलकर रहते हैं. इसी कारण आशीष के आचरण पर किसी को कोई शक नहीं हुआ, लेकिन इसके बावजूद भी अगर किसी ने जानबूझकर लापरवाही बरती है तो उसकी जांच कराई जाएगी. फिलहाल, पुलिस तमाम पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है.

रुड़की: खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) के सदस्य की गिरफ्तारी मामले में पुलिस तेजी से जांच में जुटी है. पुलिस मामले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है. केएलएफ के सदस्य की गिरफ्तारी के बाद कई नए तथ्य सामने आए हैं. बीते एक फरवरी को खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के एक सदस्य आशीष गगुनी को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने पकड़ा था.

इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया था. इसी प्रकरण को लेकर अब स्थानीय पुलिस जांच में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि पकड़ा गया सदस्य आशीष रुड़की में अपनी मुंह बोली बहन के यहां पहचान छिपाकर रह रहा था. आरोपी के रुड़की के कई बड़े कारोबारियों से गहरे सम्बंध बताए जा रहे हैं.

मामले की जांच में जुटी पुलिस.

ये भी सामने आया है कि आरोपी ने ने रुड़की और हरिद्वार में अपना कारोबार जमाना भी शुरू कर दिया था. इन तमाम पहलुओं को लेकर खुफिया विभाग आशीष की कुंडली खंगालने में जुट गया है. इसी के मद्देनजर रुड़की पुलिस ने आशीष के मकान मालिक पर सत्यापन ना कराने को लेकर 10 हजार का जुर्माना लगाया है.

बता दें कि बीती 1 फरवरी को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से रुड़की के जादूगर रोड स्थित एक मकान से आशीष गगुनी नामक एक युवक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गए थी. पुलिस खुलासे में जानकारी मिली थी कि गिरफ्तार युवक आशीष केएलएफ संगठन को हथियार सप्लाई करता था. आरोपी आशीष पर संगीन धाराओं में कई मुकद्दमे दर्ज हैं. आरोपी जमानत पर बाहर था और रुड़की में पहचान छिपाकर अपनी मुंहबोली बहन के यहां रह रहा था.

यह भी पढ़ेंः रुड़की पुलिस पर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सदस्य को शह देने का आरोप, गोपनीय जांच शुरू

यूपी एटीएस की टीम और पंजाब पुलिस ने सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार किया. इस घटना के बाद पुलिस के सत्यापन अभियान पर भी सवाल उठ रहे हैं.

एसपी देहात स्वप्न किशोर का कहना है कि समाज के बीच ही अपराधी घुल मिलकर रहते हैं. इसी कारण आशीष के आचरण पर किसी को कोई शक नहीं हुआ, लेकिन इसके बावजूद भी अगर किसी ने जानबूझकर लापरवाही बरती है तो उसकी जांच कराई जाएगी. फिलहाल, पुलिस तमाम पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है.

Intro:रुड़की

रुड़की: उत्तराखंड के रुड़की शहर में बीती 1 फरवरी को खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स को हथियार सप्लाई करने वाले आतंकी को यूपी एटीएस की टीम और पंजाब पुलिस ने पकड़ा था। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया था। इसी प्रकरण को लेकर स्थानीय पुलिस अब जांच में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया आतंकी रुड़की में अपनी मुंह बोली बहन के यहां पहचान छिपाकर रह रहा था, और रुड़की के कई बड़े कारोबारियों से गहरे सम्बंध बनाए हुए थे। ये भी सामने आया है कि उक्त आतंकी ने रुड़की और हरिद्वार में अपना कारोबार जमाना भी शुरू कर दिया था। इन तमाम पहलुओं को लेकर ख़ुफ़िया विभाग आतंकी आशीष की कुंडली खंगालने में जुट गया है। इसी के मद्देनजर रुड़की पुलिस ने आशीष के मकान मालिक पर सत्यापन ना कराने को लेकर 10 हजार का जुर्माना लगाया है।

Body:बता दे कि बीती 1 फरवरी को यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से सीक्रेट आप्रेष के तहत रुड़की के जादूगर रोड स्थित एक मकाम से आशीष नामक एक युवक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गए थे। पुलिस खुलासे में जानकारी मिली थी कि गिरफ्तार युवक आशीष केएलएफ संगठन को हथियार सप्लाई करता था, आरोपी आशीष पर संगीन धाराओं में कई मुक़द्दमे दर्ज है। आरोपी आशीष जमानत पर बाहर था और रुड़की में पहचान छिपाकर अपनी मुँह बोली बहन के यहां रह रहा था। यूपी एटीएस की टीम और पंजाब पुलिस ने सूचना पर आरोपी आशीष को गिरफ्तार किया है। रुड़की से आतंकी पकड़े जाने पर पुलिस के सत्यापन अभियान पर भी सवाल उठ रहे है। एसपी देहात स्वपन किशोर का कहना है कि समाज के बीच ही अपराधी घुलमिलकर रहते है। इसी कारण आशीष के आचरण पर किसी को कोई शक नही हुआ। लेकिन इसके बावजूद भी अगर किसी ने जानबूझकर लापरवाही बरती है तो उसकी जांच कराई जाएगी। फ़िलहाल पुलिस तमाम पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है।

बाइट - स्वपन किशोर (एसपी देहात)Conclusion:
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