हरिद्वार: कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन काफी मुस्तैद नजर आ रहा है. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए बुजुर्गों, बच्चों और बीमारी लोगों को विशेष सुरक्षा प्रदान करने व जागरूक करने के लिए डीएम सी रविशंकर ने सर्विलांस और सर्वे के लिए आशा और आंगनबाड़ी की टीम का गठन किया है. टीम के बेहतर कार्य के लिए के लिए बीएचईएल ( BHEL) कन्वेंशन हॉल में ट्रेनिंग का आयोजन किया गया.
प्रशिक्षण में सभी सीडीपीओ (CDPO) , संबंधित एमओआईसी ( MOICs),आशा फैसिलिटेटर को बताया गया कि किस तरह घर- घर जाकर लोगों का सर्वे करना है. साथ ही सभी को मास्क पहनने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने व अपने आप को कोविड-19 से कैसे सुरक्षित रखना है इसकी जानकारी दी गई. जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि इस सर्वे में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जिले के सभी लोगों का डाटा इकट्ठा किया जाएगा.
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इसमें जो भी बच्चे , बुजुर्ग या गर्भवती महिला किसी बीमारी से पीड़ित हो, तो उन्हें आईबी आरएस सिस्टम के माध्य्म से लगातार कॉल करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी. यदि कुछ समय बाद उनमें कोई भी लक्षण पाया गया तो उन्हें तुरंत इलाज के लिए भेजा जाएगा. जिलाधिकारी ने बताया कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स के साथ मिलकर पूरे जिले में 838 टीम बनाई गई हैं, जिसमें लगभग 1676 लोग कार्य करेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि 30 जून तक जिले के एक एक व्यक्ति का सर्वेक्षण किया जाना है. इसके साथ ही कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करने वाले इन लोगों की भी सुरक्षा की जाएगी. प्रत्येक महिला को , ग्लब्स , मास्क , सैनेटाइजर, फेस शील्ड जैसी चीजें उपलब्ध करवाई जाएगी. साथ ही साथ समय- समय पर प्रशासन इन लोगों की जांच भी करेगा.