रुड़की: आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया है, जो आगामी कुंभ के आयोजन में काफी मददगार साबित होगा. इस ऐप की खास बात यह है कि यह भीड़ के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को ट्रैक कर सकता है. साथ ही यह लोकेशन के हिसाब से भीड़ की संख्या का अनुमान भी लगा सकता है.
दरअसल, इन दिनों कोरोना काल के चलते सबसे बड़ी चुनौती भीड़ को नियंत्रण करना है. जिसको लेकर शासन-प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. वहीं आगामी 2021 में हरिद्वार में महाकुम्भ का आयोजन शुरू होना है. जिसमें भारी संख्या में भीड़ के पहुंचने का अनुमान है. कुंभ मेले के दौरान भीड़ को कैसे नियंत्रण करना है, इसके लिए आईआईटी रुड़की ने ट्रैकर नामक ऐप बनाया है. इस ऐप की खास बात ये है कि कि यह भीड़ के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को ट्रैक कर सकता है. इससे लोकेशन के हिसाब से भीड़ की संख्या का अनुमान भी लगाया जा सकता है. इस ऐप से प्रशासन को भीड़ नियंत्रण करने में काफी आसानी होगी.
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इस ऐप के जरिए कुंभ मेले में आने वाली भीड़ की संख्या और अलग-अलग स्थानों पर कितनी भीड़ है. इसका आसानी से पता लगाया जा सकता है. आईआईटी रुड़की के सिविल विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर कमल जैन ने बताया कि ट्रैकर नाम के इस मोबाइल ऐप के जरिए कुम्भ का ग्राउंड मैनेजमेंट बेहतर ढंग से किया जा सकता है.
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उन्होंने ऐप के फीचर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह लोकल मैनेजमेंट में बेहतर कारगर होग. इसमें जीपीएस डाटा को एनालिसिस कर बताया है कि प्रत्येक व्यक्ति की उस समय की लोकेशन कहां है. मेन सर्वर में यह जानकारी मिलेगी कि किस प्वाइंट पर कितने लोग हैं. जिससे आसानी से भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा.