रुड़की: मंगलौर विधानसभा के लिब्बरहेड़ी गांव में बीते 15 से 20 दिनों में मौत का आंकड़ा 35 से 40 लोगों के बीच पहुंच गया था. जिससे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया था. लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए थे. जिसके बाद ईटीवी भारत ने गांव के लोगों की समस्याओं को प्रमुखा से दिखाया था. खबर चलाने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में सैंपलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है.
दरअसल रुड़की का लिब्बरहेड़ी गांव हरिद्वार का सबसे अधिक जनसंख्या वाला गांव है. गांव में पिछले कुछ दिनों से लगातार मौतें हो रही थी. हालांकि जिला प्रशासन को गांव की इस घटना से बेखबर था. ईटीवी भारत की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग जागा. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम लिब्बरहेड़ी गांव पहुंची और लोगों की सैंपलिंग प्रक्रिया शुरू की. फिलहाल पुलिस महकमा और प्रशासन ने गांव में डेरा डाल दिया है. एसपी देहात प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि घरों से अनावश्यक रूप से बाहर निकलने वालों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. फिलहाल पूरे गांव को सील कर दिया गया है.
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मंत्री यतीश्वरानंद ने गांव का दिया दौरा
गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद लिब्बरहेड़ी गांव का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव में हो रही मृत्यु को रोकने के लिए सरकार सख्त कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि गांव में लगातार सैंपलिंग का काम चल रहा है और जो लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्हें किट मुहैया कराया जा रहा है.
वहीं, रुड़की एएसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि गांव को कंटेंमेनट जोन घोषित किया गया है. साथ ही पूरे गांव में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार सैंपलिंग का काम किया जा रहा है और ग्रामीणों को जरूरी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं.