लक्सरः पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. हरीश रावत पदयात्रा (harish rawat padyatra) निकालकर सरकार को घेरने का पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में हरीश रावत ने खानपुर विधानसभा में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर पदयात्रा निकाली. साथ ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार जनता को गुमराह करने का काम रही है. जिसका खामियाजा आगामी चुनाव में भुगतेगी.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (former cm harish rawat) का कहना है कि आज महंगाई (inflation) चरम सीमा पर है. सरकारी नौकरियों में भर्ती नहीं निकल रही है. मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रही है और किसानों का गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया जा रहा है. साथ ही कहा कि बेरोजगार युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही है. किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रहा है. पुलिस की भर्तियां अभी भी खाली पड़ी है, लेकिन बीजेपी सरकार कतई गंभीर नहीं है.
ये भी पढ़ेंः श्रमिक अधिकारों पर कुठाराघात के विरोध में हरदा का मौन व्रत
सरकार बनने पर भंग करेंगे देवस्थानम बोर्डः उन्होंने बीजेपी सरकार को जुमलेबाज सरकार बताया. उन्होंने कहा कि झूठ बोलकर जनता को छला जा रहा है. जिसका खामियाजा उन्हें आने वाले 2022 के विधासभा चुनाव भुगतना पड़ेगा. उन्होंने साफतौर पर यह भी कहा है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस अपना परचम लहराएगी. कांग्रेस के सरकार बनने पर आमजन को महंगाई से राहत दी जाएगी. हरीश रावत ने सरकार बनने पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड (Uttarakhand CharDham Devasthanam Management Board) को भंग करने की बात भी कही.
ये भी पढ़ेंः हरदा के उत्तराखंडियत बचाने की मुहिम को आगे बढ़ाएंगी लोक गायिका माया उपाध्याय
वहीं, पदयात्रा में शामिल हुईं अनुपमा रावत ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार में महिलाओं को सम्मान नहीं मिला है. महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है. आमजन त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहा है और बीजेपी सरकार कान में तेल डाल कर सो रही है. ऐसा लगता है कि जैसे बीजेपी को आमजन से कोई सरोकार नहीं रह गया है.