हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित कावड़ मेला अपने पूरे शबाब पर है. बड़ी संख्या में कावड़िए हरिद्वार पहुंच मां गंगा में स्नान कर रहे हैं. गंगा में इस वक्त बरसात होने के कारण तेज बहाव है, जिस कारण कावड़िए तेज बहाव में बह रहे हैं मगर जल पुलिस, 40वीं वाहिनी पीएसी और सेना के जवान इन कांवरियों के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं. आज सात कावडियों को गंगा में डूबने से बचाया गया है.
इन कांवड़ियों को बचाया: रेस्क्यू टीम के ज्वाइंट ऑपरेशन में विशाल उपाध्याय पुत्र विनोद (निवासी झंडापुर गाजियाबाद), अंकुर कश्यप पुत्र शिवकुमार (निवासी साहिबाबाद), सुमित पुत्र हर्षनाथ (निवासी साहिबाबाद), हिमांशु पुत्र नंद कुमार, कपिल पुत्र जसपाल (निवासी गाजियाबाद) प्रदीप मलिक पुत्र कृष्ण पाल सिंह (निवासी मुजफ्फरनगर) को बचाया है. एक कांवड़िए की जानकारी नहीं मिल पाई है. ये सभी कांवड़िया कांगड़ा घाट पर स्नान करते समय गंगा की तेज धारा में गए थे.
आर्मी के जवान लगातार कर रहे अनाउंसमेंट: जैसे ही कांवड़ियों के डूबने की सूचना मिलती है. यह जवान बिना समय गंवाय मौके पर पहुंच जाते हैं. साथ ही आर्मी के जवान लगातार अनाउंसमेंट कर रहे हैं कि गंगा में पानी का बहाव तेज है. इसलिए कांवड़िए सुरक्षा जंजीर से बाहर जाकर स्नान ना करें.
वहीं, जोनल मजिस्ट्रेट डॉ नरेश चौधरी ने बताया कि जल पुलिस, 40वीं वाहिनी पीएसी और सेना के जवानों ने 7 कांवड़ियों को हरकी पैड़ी क्षेत्र से बचाया है. अबतक 16 लोगों का रेस्क्यू कर बचाया जा चुका है. कांवड़ मेले में जल पुलिस, 40वीं वाहिनी, पीएसी और बंगाल सेपर्स और बीईजी सेना की बोट भी लगाई गई है.
पढ़ें- हरिद्वार में जल पुलिस के साथ रियलिटी चेक, डूबते कांवड़ियों को ऐसे मिल रहा 'जीवनदान'
गंगा में पैसे ढूंढने वाले भी बनाए गए एसपीओ: गंगा घाटों पर ऐसे युवाओं की भी कमी नहीं है, जो अपनी रोजी-रोटी गंगा से ही चलाते हैं. यह युवक तैराकी में निपुण होते हैं और सामान्य दिनों में यह गंगा में पैसे आदि ढूंढ कर अपना गुजर-बसर करते हैं. पुलिस ने इस बार तैराकी में दक्ष ऐसे गंगा में पैसे ढूंढने वालों को एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) बनाकर उन्हीं गंगा घाटों पर तैनात किया है, जिन घाटों का इन युवकों को पूरा अनुभव है.