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आध्यात्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी हुए ब्रह्मलीन, पीएम मोदी ने ट्वीट कर जताई शोक संवेदना

जूना अखाड़ा के आचार महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने उनके ब्रह्मलीन होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को उनके निवास स्थान राघव कुटीर में बुधवार यानी कल को समाधि दी जाएगी.

आध्यात्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी.
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Published : Jun 25, 2019, 12:24 PM IST

Updated : Jun 25, 2019, 12:43 PM IST

हरिद्वार: भारत माता मंदिर के संस्थापक पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी आज सुबह अपने निवास स्थान राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रह था. जिसके बाद आखिरकार वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने पर ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है.

  • Swami Satyamitranand Giri Ji epitomised spirituality and wisdom. He devoted his life towards empowering the poor, marginalised and downtrodden. He was extremely proud of India’s rich history and culture. My tributes to this divine soul. Om Shanti.

    — Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
जूना अखाड़ा के आचार महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने उनके ब्रह्मलीन होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को उनके निवास स्थान राघव कुटीर में बुधवार यानी कल को समाधि दी जाएगी. गौर हो कि पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी पिछले 15 दिनों से बीमार थे और उनका राजधानी दून स्थित मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी लगातार डॉक्टरों की देखरेख में वेंटिलेटर पर थे. जिसके बाद पिछले पांच दिन पहले हरिद्वार स्थित उनके आश्रम में उन्हें शिफ्ट किया गया था.

उनके इलाज के लिए आश्रम में एक कमरे को आईसीयू में तब्दील किया गया था. लेकिन बीमारी से स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जंग हार गए और आज सुबह राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. जैसे ही इस बात की जानकारी अन्य संतों को लगी अंतिम दर्शन के लिए उनका भी आना शुरू हो गया है.

हरिद्वार: भारत माता मंदिर के संस्थापक पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी आज सुबह अपने निवास स्थान राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रह था. जिसके बाद आखिरकार वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने पर ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है.

  • Swami Satyamitranand Giri Ji epitomised spirituality and wisdom. He devoted his life towards empowering the poor, marginalised and downtrodden. He was extremely proud of India’s rich history and culture. My tributes to this divine soul. Om Shanti.

    — Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
जूना अखाड़ा के आचार महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने उनके ब्रह्मलीन होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को उनके निवास स्थान राघव कुटीर में बुधवार यानी कल को समाधि दी जाएगी. गौर हो कि पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी पिछले 15 दिनों से बीमार थे और उनका राजधानी दून स्थित मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी लगातार डॉक्टरों की देखरेख में वेंटिलेटर पर थे. जिसके बाद पिछले पांच दिन पहले हरिद्वार स्थित उनके आश्रम में उन्हें शिफ्ट किया गया था.

उनके इलाज के लिए आश्रम में एक कमरे को आईसीयू में तब्दील किया गया था. लेकिन बीमारी से स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जंग हार गए और आज सुबह राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. जैसे ही इस बात की जानकारी अन्य संतों को लगी अंतिम दर्शन के लिए उनका भी आना शुरू हो गया है.

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आध्यात्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी हुए ब्रह्मलीन, लंबे समय से थे बीमार



haridwar swami satyamitranand giri maharaj passed away



हरिद्वार: भारत माता मंदिर के संस्थापक पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी का आज सुबह अपने निवास स्थान राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों  से बीमार थे और उनका हॉस्पिटल  में इलाज चल रह था. जिसके बाद आखिरकार वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. 

जूना अखाड़ा के आचार महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने उनके ब्रह्मलीन होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को उनके निवास स्थान राघव कुटीर में बुधवार यानी कल को समाधि दी जाएगी. गौर हो कि पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी पिछले 15 दिनों से बीमार थे और उनका राजधानी दून स्थित मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी लगातार डॉक्टरों की देखरेख में वेंटिलेटर पर थे. जिसके बाद पिछले पांच दिन  पहले हरिद्वार स्थित उनके आश्रम में उन्हें शिफ्ट किया गया था. 

उनके इलाज के लिए आश्रम में एक कमरे को आईसीयू में तब्दील किया गया था. लेकिन बीमारी से स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जंग हार गए और आज सुबह राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. जैसे ही इस बात की जानकारी अन्य संतों को लगी अंतिम दर्शन के लिए उनका भी आना शुरू हो गया है. 

 


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Last Updated : Jun 25, 2019, 12:43 PM IST
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