हरिद्वार: भारत माता मंदिर के संस्थापक पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी आज सुबह अपने निवास स्थान राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रह था. जिसके बाद आखिरकार वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने पर ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है.
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Swami Satyamitranand Giri Ji epitomised spirituality and wisdom. He devoted his life towards empowering the poor, marginalised and downtrodden. He was extremely proud of India’s rich history and culture. My tributes to this divine soul. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019Swami Satyamitranand Giri Ji epitomised spirituality and wisdom. He devoted his life towards empowering the poor, marginalised and downtrodden. He was extremely proud of India’s rich history and culture. My tributes to this divine soul. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
उनके इलाज के लिए आश्रम में एक कमरे को आईसीयू में तब्दील किया गया था. लेकिन बीमारी से स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जंग हार गए और आज सुबह राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. जैसे ही इस बात की जानकारी अन्य संतों को लगी अंतिम दर्शन के लिए उनका भी आना शुरू हो गया है.