ETV Bharat / state

संत बोले- धामी सरकार को बदनाम करने की हो रही है साजिश, पुरोला महापंचायत किसी धर्म के खिलाफ नहीं

उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत का हरिद्वार के साधु-संतों ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि ये पंचायत किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि देवभूमि को जिहादियों से बचाने के लिए है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 13, 2023, 3:30 PM IST

Updated : Jun 15, 2023, 8:13 PM IST

पुरोला महापंचायत किसी धर्म के खिलाफ नहीं.

हरिद्वार: उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत को लेकर हरिद्वार के साधु-संतों का भी बयान आया है. संतों ने महापंचायत का समर्थन करते हुए कहा कि यह पंचायत किसी समुदाय के लिए नहीं है, यह देवभूमि की संस्कृति और सभ्यता बचाने के लिए है. साथ ही संतों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दंगाई देवभूमि का नाम बदनाम करने के लिए उत्तराखंड में बसना शुरू हो गए हैं. इनके मंसूबे चारधाम में आ रहे श्रद्धालुओं में अराजकता फैलाना है, ताकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार को बदनाम कर सकें.

प्राचीन अवधूत मंडल के महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने बताया कि यह पंचायत किसी भी समुदाय के विरोध में नहीं है, बल्कि देवभूमि उत्तराखंड में हो रहे लव जिहाद और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ चलाए जा रहे षडयंत्र के खिलाफ है. स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि देवभूमि में बहू-बेटियों को बचाना मुश्किल हो गया है. इसीलिए पुरोला में महापंचायत की जा रही है, जिसका उद्देश्य देवभूमि को बचाना है.
पढ़ें- 18 जून को देहरादून में मुस्लिम समुदाय की महापंचायत, ये दो होंगे बड़े मुद्दे

वहीं, जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने इस मामले पर कहा कि इन दिनों उत्तराखंड में अपनी बहन बेटियों को जिहादियों से बचाना मुश्किल हो गया है. उसके बाद आए दिन कोई नया विवाद यहां पर बढ़ता रहता है. ऐसे में किस तरह इन जिहादियों से बचा जा सके और किस तरह लोगों को जागरूक किया जा सके, इस पंचायत का उद्देश्य सिर्फ यही है.

बता दें कि बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में स्थानीय लोगों ने मुस्लिम युवक और उसके दोस्त को नाबालिग हिंदू लड़की के साथ पकड़ा था. आरोप है कि दोनों युवक हिंदू लड़की को भगाने की फिराक में थे, हालांकि स्थानीय लोगों की सर्तकता के कारण वो अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाए. उसके बाद से ही क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण है. शहर में जगह-जगह मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी वजह से कई मुस्लिम व्यापारियों ने अपनी दुकानें भी खाली कर दी हैं. वहीं, कुछ हिंदू संगठनों ने इसी मामले को लेकर 15 जून को महापंचायत बुलाने का ऐलान कर रखा है, जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है.

पुरोला महापंचायत किसी धर्म के खिलाफ नहीं.

हरिद्वार: उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत को लेकर हरिद्वार के साधु-संतों का भी बयान आया है. संतों ने महापंचायत का समर्थन करते हुए कहा कि यह पंचायत किसी समुदाय के लिए नहीं है, यह देवभूमि की संस्कृति और सभ्यता बचाने के लिए है. साथ ही संतों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दंगाई देवभूमि का नाम बदनाम करने के लिए उत्तराखंड में बसना शुरू हो गए हैं. इनके मंसूबे चारधाम में आ रहे श्रद्धालुओं में अराजकता फैलाना है, ताकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार को बदनाम कर सकें.

प्राचीन अवधूत मंडल के महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने बताया कि यह पंचायत किसी भी समुदाय के विरोध में नहीं है, बल्कि देवभूमि उत्तराखंड में हो रहे लव जिहाद और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ चलाए जा रहे षडयंत्र के खिलाफ है. स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि देवभूमि में बहू-बेटियों को बचाना मुश्किल हो गया है. इसीलिए पुरोला में महापंचायत की जा रही है, जिसका उद्देश्य देवभूमि को बचाना है.
पढ़ें- 18 जून को देहरादून में मुस्लिम समुदाय की महापंचायत, ये दो होंगे बड़े मुद्दे

वहीं, जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने इस मामले पर कहा कि इन दिनों उत्तराखंड में अपनी बहन बेटियों को जिहादियों से बचाना मुश्किल हो गया है. उसके बाद आए दिन कोई नया विवाद यहां पर बढ़ता रहता है. ऐसे में किस तरह इन जिहादियों से बचा जा सके और किस तरह लोगों को जागरूक किया जा सके, इस पंचायत का उद्देश्य सिर्फ यही है.

बता दें कि बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में स्थानीय लोगों ने मुस्लिम युवक और उसके दोस्त को नाबालिग हिंदू लड़की के साथ पकड़ा था. आरोप है कि दोनों युवक हिंदू लड़की को भगाने की फिराक में थे, हालांकि स्थानीय लोगों की सर्तकता के कारण वो अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाए. उसके बाद से ही क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण है. शहर में जगह-जगह मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी वजह से कई मुस्लिम व्यापारियों ने अपनी दुकानें भी खाली कर दी हैं. वहीं, कुछ हिंदू संगठनों ने इसी मामले को लेकर 15 जून को महापंचायत बुलाने का ऐलान कर रखा है, जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है.

Last Updated : Jun 15, 2023, 8:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.