हरिद्वार: महाकुंभ का आगाज हो चुका है. कोरोना संकट के बीच श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है. ऐसे में शासन-प्रशासन कोरोना संक्रमण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रख रहा है. यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर श्रद्धालुओं की कोरोना की जांच की जा रही है. इसी बीच मेलाधिकारी दीपक रावत व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने नारसन बॉर्डर पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जाएजा लिया.
मेलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने नारसन बॉर्डर पहुंचकर शौचालयों, पीने के पानी और साफ-सफाई आदि की भी जानकारी ली. साथ ही मौके पर उपस्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की नमामि बंसल से बसों और निजी बसों व अन्य वाहनों से आने वाले यात्रियों के पंजीकरण, आरटीपीसीआर जांच, कोविड निगेटिव रिपोर्ट और मेडिकल सर्टिफिकेट आदि की जांच की व्यवस्था की जानकारी ली.
इस मौके पर मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि जो श्रद्धालु हरिद्वार मेला क्षेत्र में आना चाहते हैं, उन्हें कुंभ की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा, जिसके लिये स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, फोटो पहचान पत्र एवं आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो, आवश्यक है. उन्होंने कहा कि बिना पंजीकरण कुंभ मेला क्षेत्र में ठहरने की अनुमति नहीं है और भारत सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड-19 की जारी गाइडलाइन का पालन आवश्यक है, अन्यथा कार्रवाई की जायेगी.
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बता दें, नारसन बॉर्डर से सिर्फ उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है जिनके पास 72 घंटे के भीतर की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट है. निगेटिव रिपोर्ट नहीं होने पर या तो उन्हें जांच कराने के लिए कहा जा रहा है या फिर उन्हें वापस भेजा जा रहा है. नारसन बॉर्डर पर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 2231 लोग आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आये और 12 गाड़ियां जो बिना पंजीकरण या आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के बगैर आये थे, उन्हें वापस लौटाया गया.