हरिद्वार: आगामी 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी. चारधाम यात्रा को लेकर सरकारी अमला जी-जान से जुटा हुआ है. चारधाम यात्रा को लेकर हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है. मंगलवार चार अप्रैल को हरिद्वार जिलाधिकारी ने जिले में निर्माणाधीन हाईवे का निरीक्षण किया.
दरअसल, चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों का पहला पड़ाव हरिद्वार या ऋषिकेश ही रहता है. इन दोनों स्थानों को चारधाम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है. ऐसे में हरिद्वार में बड़ी संख्या में चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है. वहीं बाहरी राज्यों से आने वाला अधिकांश ट्रैफिक भी हरिद्वार से ही होकर गुजरता है. ऐसे में हरिद्वार में निर्माणधीन हाईवे इस बार भी चारधाम यात्रा में परेशानी खड़ी कर सकता है. इसको लेकर हाल में सचिव स्तर की बैठक हुई थी.
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बैठक के बाद हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने आज हाईवे के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया और एनएचएआई के अधिकारियों को तय समय में काम पूरा करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान एसएसपी अजय सिंह, एडीएम पीएल शाह और एसडीएम पूरण सिंह राणा समेत कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे.
हरिद्वार डीएम विनय शंकर पांडे ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने के पहले ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया जाएगा. हाईवे पर बनने वाला फ्लाई ओवर तो यात्रा शुरू होने पहले तैयार नहीं हो पाएगा, लेकिन छोटे वाहनों का रूट बदलकर उन्हे चीला मार्ग से चारधाम को भेजा जाएगा.
इसी के साथ जिलाधिकारी ने बताया कि एनएचएआई से कुछ स्पेस भी नेशनल हाईवे पर मांगा गया है, जिससे पार्किंग की व्यवस्था पुलों के नीचे की जा सके. वहीं, चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जाम की दिक्कत न हो, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ भी समन्वय बनाकर कार्य किया जाएगा. बरसात से पहले तक सभी छोटे वाहनों को चीला रूट पर डायवर्ट कर दिया जाएगा. बड़े वाहनों के लिए नेशनल हाईवे का ही प्रयोग किया जाएगा. वहीं बड़े वाहनों को रात्रि में ही चलने की परमिशन दी जाएगी.