हरिद्वार: जिलाधिकारी सी. रविशंकर की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन सीसीआर हरिद्वार में जिला गंगा संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने गंगा म्यूजियम के सम्बन्ध में दिये गये प्रस्ताव पर सन्तोष जताया. जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गंगा के उद्गम स्थल-गौमुख से लेकर गंगा सागर तक गंगा की जो यात्रा है उसके सम्बन्ध में एक वीडियो बनाकर प्रस्तुत करें.
डीएम ने कहा कि गंगा म्यूजियम बहुमंजिला भी हो सकता है. इसमें एक बड़े से एम्पोरियम की व्यवस्था हो जो बड़े एरिया में फैला हो तथा जिसमें धार्मिक, आर्थिक तथा पर्यावरण से सम्बन्धित सभी पहलुओं का समावेश हो. अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि इस महीने के अन्त तक पूरी डीपीआर प्रस्तुत कर देंगे.
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बैठक में नाईसोती नाले पर हुये अतिक्रमण की भी चर्चा हुई. बताया गया कि कई दुकानें नाले के ऊपर बनी हैं. इस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अगर नाले की सफाई नहीं हो पाती है तो अवैध ढांचा भी हटना चाहिये. जिलाधिकारी ने अधिकारियों से गंग नहर बन्दी के पश्चात उसकी सफाई के सम्बन्ध में जानकारी ली. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोविन्द घाट, सुभाष घाट, पन्तदीप घाट, सीता घाट, श्रवण घाट स्थलों का निरीक्षण करते रहें और व्हट्सएप के माध्यम से सफाई कार्य की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत करते रहें.
जिलाधिकारी ने बैठक में गंगा घाटों को गोद लेने के सम्बन्ध में अधिकारियों और पदाधिकारियों से विस्तृत चर्चा की. जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गंगा घाटों की मार्किंग समयबद्ध ढंग से यथाशीघ्र करें. उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी तक कुछ घाटों को विकसित करने के लिये व्यक्तियों, संस्थानों को सौंप दिया जाएगा.