हरिद्वार: गरीब बच्चों को शिक्षित करना सबसे बड़ी इबादत है. हरिद्वार की बेटी मनु काजला सड़कों पर भीख मांग रहे बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है. मनु हरिद्वार में भीख मांगते बच्चों को पढ़ाती हैं और बेहतर शिक्षा के लिए उनका एडमिशन स्कूलों में भी करवाती हैं. ETV BHARAT से खास बातचीत में मनु ने कहा कि स्कूल जाते समय बच्चों को सड़क पर भीख मांग देख मन विचलित हो जाता था. ऐसे में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मैंने पढ़ाने का निश्चय किया.
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गरीब मासूमों को भीख के दलदल से निकालते हुए मनु ने बच्चों को उनकी झोपड़ी में ही पढ़ाने का काम शुरू किया. बेसिक शिक्षा के साथ-साथ मनु बच्चों को योगा और ताइक्वांडो की ट्रेनिंग भी देती हैं. इसके साथ ही जो बच्चे स्कूल जाने के लायक हो जाते हैं. मनु अपने पैसे से बच्चों का दाखिला स्कूल में भी करवाती हैं. मनु बताती हैं कि वह नियमित स्कूल जाने वाले बच्चों से मिलती है और उनकी मदद करती हैं. जिससे यह बच्चे भीख मांगना छोड़ पढ़-लिखकर देश के अच्छे नागरिक बन सकें.
मनु के मुताबिक, सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा देने के लिए बड़ी-बड़ी बातें ही करती है, लेकिन स्थिति सबके सामने है. सरकार कहती है गरीबी हटाओ, मगर गरीबी ऐसे नहीं हटेगी. गरीबी हटाने के लिए हमें भी कुछ करना पड़ेगा. अगर गरीब बच्चों को शिक्षा देंगे तो गरीबी खुद ही हट जाएगी. फिलहाल, मनु के कारवां में कुछ और छात्राएं भी शामिल हो गईं हैं, जो गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए प्रयासरत हैं.
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उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था की हालत दिनों-दिन खस्ता होती जा रही है. ऐसे में मनु काजला द्वारा शुरू की गई मुहिम सरकार को आइना दिखाने के लिए काफी है.