ETV Bharat / state

हरिद्वार: अंतिम संस्कार करना हुआ महंगा, जानिए चंडी घाट के नए नियम

मुक्ति के द्वार हरिद्वार में अगर आप अपने मृतक परिजनों का अंतिम संस्कार कराने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है. क्योंकि, अब आपको हरिद्वार में नमामि गंगे के तहत बनाए गए चंडी घाट श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने से पहले ये जरूरी काम कराने होंगे...

author img

By

Published : Aug 31, 2020, 1:41 PM IST

Updated : Aug 31, 2020, 7:19 PM IST

हरिद्वार
हरिद्वार

हरिद्वार: चंडी श्मशान घाट प्रबंधन द्वारा अंतिम संस्कार कराने आने वाले लोगों के लिए फरमान जारी किया गया है. जहां एक ओर अब यहां आने वाले लोगों को ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तो वहीं थोड़ी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है. आखिर कैसे किया जाएगा हरिद्वार चंडी घाट श्मशान घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार.. पढ़िए हमारी इस खास रिपोर्ट में.

ये लाना होगा अनिवार्य

मृतक का आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा और साथ ही 3,680 रुपए अंतिम संस्कार के लिए देने होंगे. यह फरमान चंडी घाट श्मशान घाट प्रबंधक द्वारा सुनाया गया है. इस फरमान को जहां हरिद्वार अंतिम संस्कार कराने आने वाले कई लोग सही बता रहे हैं तो कई लोग इस फरमान का विरोध कर रहे हैं.

चंडी शमशान घाट पर लागू किए गए नए नियम

बढ़ाई गई सुविधाएं

हरिद्वार नीलधारा स्थित नमामि गंगे द्वारा बनाए गए चंडी घाट श्मशान घाट पर सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं. पहले इस श्मशान घाट पर लोगों को अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, मगर अब श्मशान घाट में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं.

चंडी घाट की विशेषताएं

चंडी श्मशान घाट के मैनेजर मानसिंह गोस्वामी का कहना है कि इस श्मशान घाट में चिता की पूरी राख की जाती है. इससे गंगा भी प्रदूषित नहीं होती. अगर कोई अंतिम संस्कार कराने के बाद अस्थियों को ले जाने में असमर्थ है तो उनके द्वारा अस्थियों को लॉकर में रखा जाता है और जब मृतक के परिजन दोबारा आते हैं, तो उनको अस्थियां दी जाती है. हमारे इस फैसले का काफी विरोध भी हुआ है कि श्मशान घाट द्वारा ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं. मगर बाहर इन लोगों को इससे ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं और साथ ही इस श्मशान घाट में लोगों के लिए काफी सुविधाएं भी हमारे द्वारा दी जा रही है.

समर्थन करने की वजह

चंडी घाट श्मशान घाट पर अपने मृतक परिजनों का अंतिम संस्कार कराने आने वाले कई लोग इस फरमान का समर्थन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि शमशान घाट द्वारा आधार कार्ड लेना सही है, क्योंकि इससे पता लगेगा कि शमशान घाट में किसका अंतिम संस्कार किया जा रहा है. श्मशान घाट द्वारा लिया जा रहा शुल्क ठीक है, क्योंकि इनके दोबारा यहां पर सारी व्यवस्था की जा रही है. पहले इस श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. नदी में पानी आने के कारण चिता बह जाती थी. मगर अब यहां पर सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है.

विरोध का कारण

कुछ लोगों का कहना है कि श्मशान घाट द्वारा जो शुल्क लिया जा रहा है, वह मिडिल क्लास परिवार के लिए तो ठीक है मगर जो गरीब लोग हैं उनके लिए ज्यादा है. उनके लिए शुल्क में कुछ छूट होनी चाहिए. लोगों का कहना है कि जिसका भी अंतिम संस्कार किया जाएगा उसका आधार कार्ड अनिवार्य होगा और साथ ही 3,680 रुपए भी मृतक के परिजनों को श्मशान घाट में देने होंगे ये गलत है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में इस फरमान का कितना विरोध होता है.

हरिद्वार: चंडी श्मशान घाट प्रबंधन द्वारा अंतिम संस्कार कराने आने वाले लोगों के लिए फरमान जारी किया गया है. जहां एक ओर अब यहां आने वाले लोगों को ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तो वहीं थोड़ी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है. आखिर कैसे किया जाएगा हरिद्वार चंडी घाट श्मशान घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार.. पढ़िए हमारी इस खास रिपोर्ट में.

ये लाना होगा अनिवार्य

मृतक का आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा और साथ ही 3,680 रुपए अंतिम संस्कार के लिए देने होंगे. यह फरमान चंडी घाट श्मशान घाट प्रबंधक द्वारा सुनाया गया है. इस फरमान को जहां हरिद्वार अंतिम संस्कार कराने आने वाले कई लोग सही बता रहे हैं तो कई लोग इस फरमान का विरोध कर रहे हैं.

चंडी शमशान घाट पर लागू किए गए नए नियम

बढ़ाई गई सुविधाएं

हरिद्वार नीलधारा स्थित नमामि गंगे द्वारा बनाए गए चंडी घाट श्मशान घाट पर सभी प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं. पहले इस श्मशान घाट पर लोगों को अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, मगर अब श्मशान घाट में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं.

चंडी घाट की विशेषताएं

चंडी श्मशान घाट के मैनेजर मानसिंह गोस्वामी का कहना है कि इस श्मशान घाट में चिता की पूरी राख की जाती है. इससे गंगा भी प्रदूषित नहीं होती. अगर कोई अंतिम संस्कार कराने के बाद अस्थियों को ले जाने में असमर्थ है तो उनके द्वारा अस्थियों को लॉकर में रखा जाता है और जब मृतक के परिजन दोबारा आते हैं, तो उनको अस्थियां दी जाती है. हमारे इस फैसले का काफी विरोध भी हुआ है कि श्मशान घाट द्वारा ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं. मगर बाहर इन लोगों को इससे ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं और साथ ही इस श्मशान घाट में लोगों के लिए काफी सुविधाएं भी हमारे द्वारा दी जा रही है.

समर्थन करने की वजह

चंडी घाट श्मशान घाट पर अपने मृतक परिजनों का अंतिम संस्कार कराने आने वाले कई लोग इस फरमान का समर्थन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि शमशान घाट द्वारा आधार कार्ड लेना सही है, क्योंकि इससे पता लगेगा कि शमशान घाट में किसका अंतिम संस्कार किया जा रहा है. श्मशान घाट द्वारा लिया जा रहा शुल्क ठीक है, क्योंकि इनके दोबारा यहां पर सारी व्यवस्था की जा रही है. पहले इस श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. नदी में पानी आने के कारण चिता बह जाती थी. मगर अब यहां पर सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है.

विरोध का कारण

कुछ लोगों का कहना है कि श्मशान घाट द्वारा जो शुल्क लिया जा रहा है, वह मिडिल क्लास परिवार के लिए तो ठीक है मगर जो गरीब लोग हैं उनके लिए ज्यादा है. उनके लिए शुल्क में कुछ छूट होनी चाहिए. लोगों का कहना है कि जिसका भी अंतिम संस्कार किया जाएगा उसका आधार कार्ड अनिवार्य होगा और साथ ही 3,680 रुपए भी मृतक के परिजनों को श्मशान घाट में देने होंगे ये गलत है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में इस फरमान का कितना विरोध होता है.

Last Updated : Aug 31, 2020, 7:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.