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हरिद्वारः लिटरेचर फेस्टिवल में 'गीता संवाद' कार्यक्रम आयोजन, जीवन का बताया सार

हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में आयोजित गीता संवाद कार्यक्रम में स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन प्रबंधन का सबसे बड़ा माध्यम सार है. जो मनुष्य को संशय की स्थिति से बाहर निकालकर सद्कर्म करने की प्रेरणा देता है.

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गीता संवाद कार्यक्रम
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Published : Jan 12, 2020, 2:03 PM IST

हरिद्वारः गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गीता मनीषी के संस्थापक स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने युवाओं को मनुष्य के जीवन में गीता के महत्व और उसके सार को बताया.

हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में आयोजित गीता संवाद कार्यक्रम.

स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन प्रबंधन का सबसे बड़ा माध्यम सार है. जो मनुष्य को संशय की स्थिति से बाहर निकालकर सद्कर्म करने की प्रेरणा देता है. गीता सबसे बड़ा चिकित्सा शास्त्र है, जो मनोरोगी को दुविधा की स्थिति से उबारता है. साथ ही गीता में दिए उपदेश और श्लोकों के बारे में जानकारी दी.

ये भी पढ़ेंः जर्मनी का 70 सदस्यीय दल पहुंचा परमार्थ निकेतन, स्वामी चिदानंद ने युवाओं से की ये अपील

वहीं, कार्यक्रम में अंग्रेजी लेखिका और विचारक डॉ. राधिका नागरथ ने कहा कि हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद में स्वामी ज्ञानानंद महाराज से सार्थक संवाद किया गया. जिससे गीता के माध्यम से युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सके और अपनी जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं.

हरिद्वारः गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गीता मनीषी के संस्थापक स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने युवाओं को मनुष्य के जीवन में गीता के महत्व और उसके सार को बताया.

हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में आयोजित गीता संवाद कार्यक्रम.

स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन प्रबंधन का सबसे बड़ा माध्यम सार है. जो मनुष्य को संशय की स्थिति से बाहर निकालकर सद्कर्म करने की प्रेरणा देता है. गीता सबसे बड़ा चिकित्सा शास्त्र है, जो मनोरोगी को दुविधा की स्थिति से उबारता है. साथ ही गीता में दिए उपदेश और श्लोकों के बारे में जानकारी दी.

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वहीं, कार्यक्रम में अंग्रेजी लेखिका और विचारक डॉ. राधिका नागरथ ने कहा कि हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद में स्वामी ज्ञानानंद महाराज से सार्थक संवाद किया गया. जिससे गीता के माध्यम से युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सके और अपनी जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं.

Intro:एंकर-हरिद्वार के गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दूसरे हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में श्रीमद्भागवत गीता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि जाने माने गीता मर्मज्ञ जिओ गीता के संस्थापक स्वामी ज्ञानानंद महाराज थे, कार्यक्रम का संचालन लेखिका विचारक डॉ राधिका नागरथ ने किया।


Body:Vo-इस अवसर पर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन प्रबंधन का सबसे बड़ा माध्यम और सार है। जो मनुष्य को संशय की स्थिति से बाहर निकालकर सद् कर्म करने की प्रेरणा देता है ।गीता सबसे बड़ा चिकित्सा शास्त्र है, जो मनोरोगी को दुविधा की स्थिति से उबारते है। अंग्रेजी लेखिका विचारक चिंतक डॉ राधिका नागरथ ने कहा कि हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद में स्वामी ज्ञानानंद महाराज से गीता के माध्यम से युवा पीढ़ी को नई दिशा देने के बारे में सार्थक संवाद हुआ ।जिससे युवाओं को नई दिशा मिलेगी ।Conclusion:बाइट.....स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज गीता मनीषा हरिद्वार


बाइट ..डॉ राधिका नागरथ लेखिका विचारक हरिद्वार
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