हरिद्वारः गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गीता मनीषी के संस्थापक स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने युवाओं को मनुष्य के जीवन में गीता के महत्व और उसके सार को बताया.
स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन प्रबंधन का सबसे बड़ा माध्यम सार है. जो मनुष्य को संशय की स्थिति से बाहर निकालकर सद्कर्म करने की प्रेरणा देता है. गीता सबसे बड़ा चिकित्सा शास्त्र है, जो मनोरोगी को दुविधा की स्थिति से उबारता है. साथ ही गीता में दिए उपदेश और श्लोकों के बारे में जानकारी दी.
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वहीं, कार्यक्रम में अंग्रेजी लेखिका और विचारक डॉ. राधिका नागरथ ने कहा कि हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में गीता संवाद में स्वामी ज्ञानानंद महाराज से सार्थक संवाद किया गया. जिससे गीता के माध्यम से युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सके और अपनी जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं.