ETV Bharat / state

मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगे लाखों, मुकदमा दर्ज

author img

By

Published : Mar 17, 2022, 6:56 PM IST

विपिन कुमार निवासी शिव विहार फेज-1 सीतापुर ज्वालापुर ने कोतवाली पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि एक व्यक्ति ने जुलाई 2020 में मोबाइल पर उनसे बात की और सीतापुर में उनके प्लाट पर मोबाइल टावर लगवाने की बात कही. जिसके बाद उनसे लाखों रूपए ऐंठ लिए गए.

Fraud in the name of installing mobile tower
मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगे लाखों.

हरिद्वार: कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में एक व्यक्ति की जमीन पर मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लाखों की ठगी हुई है. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने आरोपी के खिलाफ इस मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं, पुलिस अब इस मामले में फरार आरोपी की तलाश में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, विपिन कुमार निवासी शिव विहार फेज-1 सीतापुर ज्वालापुर ने कोतवाली पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि एक व्यक्ति ने जुलाई 2020 में मोबाइल पर उनसे बात की और सीतापुर में उनके प्लाट पर मोबाइल टावर लगवाने की बात कही. भूखंड खाली होने के कारण उन्होंने भी भूखंड पर मोबाइल टावर लगवाने में सहमति जता दी.

वहीं, इसके बाद आरोपी ने अपने मोबाइल के गूगल-पे नंबर पर फाइल रजिस्टर्ड करने के नाम पर 4990 रुपये मंगवाए. इसके बाद टैक्स का एफआरसी कोड बनाने और उसको एक्टीवेट कराने के नाम पर अलग-अलग तारीखों में धोखाधड़ी कर अलग-अलग बैंक खातों में करीब छह लाख रुपये ले लिए. जिसके बाद आरोपी से उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया. ‌कई बार उससे संपर्क करने का प्रयास भी किया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

पढ़ें- उत्तराखंड के वो तीन गांव, जहां होली मनाना है अभिशाप! सदियों की मान्यता के आगे मजबूर लोग

पीड़ित को उम्मीद थी कि उसके भूखंड पर मोबाइल टावर देर सवेर लग ही जाएगा, लेकिन जब कुछ होता नजर नहीं आया तो उन्होंने उन तमाम खातों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह संतोष घोष व पारस नाथ के नाम पर है. ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि खाता धारकों का पता क्या है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

हरिद्वार: कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में एक व्यक्ति की जमीन पर मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लाखों की ठगी हुई है. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने आरोपी के खिलाफ इस मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं, पुलिस अब इस मामले में फरार आरोपी की तलाश में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, विपिन कुमार निवासी शिव विहार फेज-1 सीतापुर ज्वालापुर ने कोतवाली पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि एक व्यक्ति ने जुलाई 2020 में मोबाइल पर उनसे बात की और सीतापुर में उनके प्लाट पर मोबाइल टावर लगवाने की बात कही. भूखंड खाली होने के कारण उन्होंने भी भूखंड पर मोबाइल टावर लगवाने में सहमति जता दी.

वहीं, इसके बाद आरोपी ने अपने मोबाइल के गूगल-पे नंबर पर फाइल रजिस्टर्ड करने के नाम पर 4990 रुपये मंगवाए. इसके बाद टैक्स का एफआरसी कोड बनाने और उसको एक्टीवेट कराने के नाम पर अलग-अलग तारीखों में धोखाधड़ी कर अलग-अलग बैंक खातों में करीब छह लाख रुपये ले लिए. जिसके बाद आरोपी से उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया. ‌कई बार उससे संपर्क करने का प्रयास भी किया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

पढ़ें- उत्तराखंड के वो तीन गांव, जहां होली मनाना है अभिशाप! सदियों की मान्यता के आगे मजबूर लोग

पीड़ित को उम्मीद थी कि उसके भूखंड पर मोबाइल टावर देर सवेर लग ही जाएगा, लेकिन जब कुछ होता नजर नहीं आया तो उन्होंने उन तमाम खातों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह संतोष घोष व पारस नाथ के नाम पर है. ज्वालापुर कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि खाता धारकों का पता क्या है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.