हरिद्वार: पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नीलधारा तट स्थित दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाश गिरी महाराज का आशीर्वाद लिया. साथ ही उन्होंने विश्व कल्याण की कामना के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना की. पूर्व सीएम ने कहा कि ईश्वर की कृपा से कोरोना महामारी जल्द समाप्त हो और प्रदेश में खुशहाली बनी रहे. ऐसी उन्होंने कामना है.
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि संत महापुरूषों द्वारा किए गए विशेष अनुष्ठान पूरे विश्व में धार्मिक ऊर्जा का संचार करते हैं. महापुरूषों के तपबल से दुनिया में भारत का एक अलग स्थान है. ऐसे में वह स्वामी कैलाशानंद गिरी का आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं. कैलाशानंद गिरी महाराज एक तपस्वी संत हैं. जो भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में अपना अतुलनीय योगदान प्रदान कर राष्ट्र निर्माण में सहभागिता निभा रहे हैं.
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वहीं, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्रावण मास में की गई भगवान आशुतोष की आराधना व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार लगाती है. भगवान भोलेनाथ त्रिनेत्र धारी हैं. जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं. श्रद्धा पूर्वक की गई आराधना युगों युगों के पापों का नाश कर सुख समृद्धि प्रदान करती है.
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स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि धर्मसत्ता एवं राजसत्ता के समन्वय से ही भारत विश्वगुरू बनने की और अग्रसर है. महादेव की कृपा से समस्त विश्व में खुशहाली बनी रहे और राष्ट्र में एकता अखण्डता कायम रहे. यही शिव आराधना का ध्येय है.