रुड़कीः बहिस्तीपुर में किसानों के जमीनों की अधिग्रहण मामले पर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. करीब डेढ़ साल से किसान जमीन अधिग्रहण होने को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि रेलवे विभाग ने जमीन अधिग्रहण के दौरान उनसे कई वादे किए गए थे, जो पूरे नहीं किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शासन-प्रशासन से 15 अगस्त तक उनकी मागों को पूरा करने की मांग की है. वहीं, मांगें पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, रुड़की के बहिस्तीपुर गांव के किसानों की जमीनों को रेलवे विभाग ने देवबंद-रुड़की रेल मार्ग के लिए अधिग्रहण किया था. उस दौरान रेलवे ने किसानों के साथ कई मामलों पर समझौता किया था. जिसके मुताबिक प्रभावित किसान के परिवार के एक सदस्य को रेलवे में योग्यता अनुसार नौकरी और मुआवजा शामिल था, लेकिन आज तक किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिल पाया है, ना ही नौकरी मिल पाई है.
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ऐसे में अपनी मांगों को लेकर पीड़ित किसान बीते लंबे समय से धरना-प्रदर्शन करते आ रहे हैं. इतना ही नहीं किसानों ने इससे पहले करीब 14 महीने तक धरना-प्रदर्शन किया था. जिसके बाद किसानों ने आमने-सामने का बिगुल फूंकते हुए महापंचायत भी की. वहीं, बीते 8 जुलाई को हुए बैठक में प्रशासन ने मामले के समाधान को लेकर किसानों से 15 अगस्त तक का समय मांगा था.
इसी कड़ी में रविवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान किसानों ने कहा कि अब वो आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो चुके हैं. इसके लिए आगामी 19 अगस्त को किसान यूनियन बड़ा आंदोलन करने जा रही है. किसी भी कीमत पर किसानों की भूमि पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा.