हरिद्वार: तहसील में किसानों से दाखिल खारिज सहित कई जरूरी कामों को कराने की एवज में मांगे जा रहे पैसों का विरोध होना शुरू हो गया है. किसान नेता पद्म सिंह रोड ने साथियों के साथ तहसीलदार कार्यालय का घेराव कर धरना दिया. उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि यदि एसडीएम किसानों की समस्याओं का समाधान कर अवैध वसूली पर रोक नहीं लगाते तो पूरे हरिद्वार में किसान चक्का जाम कर देंगे.
बीते काफी समय से हरिद्वार जिले के किसान लगातार आरोप लगा रहे हैं कि तहसील में भ्रष्टाचार अपने पूरे चरम पर है. किसानों का कोई भी काम बिना पैसे लिए अधिकारी कर्मचारी नहीं करते हैं. इसी के खिलाफ आज किसान नेता पद्म सिंह रोड अपने समर्थकों के साथ तहसील परिसर पहुंचे और तहसीलदार के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. बताया जा रहा है कि किसान नेताओं के आने से पहले ही तहसीलदार मौके से गायब हो गए. किसानों ने अब एसडीएम को साफ चेतावनी दी है कि मंगलवार को वे उनसे अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात करेंगे. यदि किसानों के हो रहे शोषण पर अंकुश नहीं लगाया गया तो वे अगले 3 से 4 दिन में पूरे शहर में किसानों को लाकर चक्का जाम कर देंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
क्या बोले किसान नेता: किसान नेता पद्म सिंह रोड का कहना है कि किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. तहसील अवैध उगाही का अड्डा बन कर रह गई है. भ्रष्टाचार का तहसील में यह आलम है कि यदि कोई किसान अपनी खसरा खतौनी निकालने आता है या फिर दाखिल खारिज कराने आता है तो उससे बिना पैसे लिए काम नहीं होता. किसान गांव से चलकर तहसील आता है लेकिन कभी तहसीलदार नहीं होता तो कभी पटवारी नहीं होता. किसान घंटों लाइन में खड़ा होकर वापस लौट जाता है, लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती.
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पद्म सिंह रोड ने कहा कि 4 दिन पहले तहसीलदार को पत्र लिखकर बताया गया था कि सोमवार को वार्ता के लिए आएंगे लेकिन आलम यह है कि अधिकारी फोन पर ही हमें समझाने की कोशिश कर रहे हैं. यहां मौके पर सामने आकर कोई बात करने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को हमारा एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम से मुलाकात करने तहसील आएगा. यदि वह हमारी बात नहीं सुनते और हमारी बातों पर सहमति नहीं जताते तो अगले 3 से 4 दिन में पूरे जिले का किसान ट्रैक्टर रैली लेकर हरिद्वार में जगह-जगह चक्का जाम करेगा जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.