लक्सरः क्षेत्र में कच्ची शराब बनाने और बेचने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. पिछले दिनों हरिद्वार जनपद में 45 तथा सहारनपुर जनपद में 100 से ज्यादा मौतें होने के बावजूद आबकारी विभाग इससे सबक नहीं ले रहा है. पुलिस और आबकारी विभाग इन शराब माफिया के खिलाफ छोटी-मोटी कार्रवाई कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहा है.
आपको बता दें लक्सर व खानपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बनाने व बेचने का धंधा चल रहा है. इन क्षेत्रों में शराब की भट्टियां दिन-रात धधक रही हैं. वहीं, पुलिस व आबकारी विभाग इस पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है.
क्षेत्र के मोहम्मदपुर, महाराजपुर, रायसी, सैदाबाद कुआं, खेड़ा, डेरा कलाल, दाबकी, गंगदासपुर, हस्तमोली आलमपुर, मदारपुर, बरहमपुर, बीकमपुर, प्रतापुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बनाई व बेची जा रही है. उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे होने के कारण भी यहां से बड़ी तादाद में उत्तराखंड में कच्ची शराब की तस्करी की जाती है.
हालत ये है कि आबकारी विभाग की ओर से छापेमारी कर इक्का-दुक्का शराब के मामले पकड़कर कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी की जाती है. वहीं, छापेमारी के दौरान शराब के कारोबार में लिप्त लोगों के न पकड़े जाने पर भी सवाल उठते रहे हैं.
बता दें पिछले दिनों लक्सर क्षेत्र विजयपुरा गांव में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. मामले में गंभीर लापरवाही मानते हुए लक्सर के आबकारी विभाग के समस्त स्टाफ पर कार्रवाई करते हुए उन्हें देहरादून मुख्यालय से अटैच कर दिया गया था. लेकिन, कुछ समय बाद फिर आबकारी निरीक्षक को वापस लक्सर भेज दिया गया.
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वहीं, पिछले दिनों आबकारी निरीक्षक पर सांठगांठ कर अवैध शराब के धंधे में शामिल एक व्यक्ति को छोड़ने के भी आरोप लगे थे. क्षेत्र में चल रहे शराब के अवैध कारोबार को लेकर भी आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.
इसी कड़ी में बीती रात लक्सर कोतवाली पुलिस द्वारा क्षेत्र के रंजीतपुर गांव में छापेमारी कर 10 लीटर कच्ची शराब के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा गया है. जबकि, पुलिस को मौके से शराब बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं. वहीं, लक्सर कोतवाल वीरेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि रंजीतपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति को अवैध कच्ची शराब बनाते हुए पकड़ा है. उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है.