हरिद्वार: हाल ही में पथरी थाना क्षेत्र में जहरीली शराब (Haridwar stone poisonous liquor scandal) पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन इसके बावजूद भी कच्ची शराब बनाने और बेचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में आबकारी विभाग की टीम (excise department team) ने पथरी क्षेत्र के कई इलाकों में छापेमारी कर कई सौ लीटर लहन बरामद की है. जिसे आबादी से दूर जंगलों और झाड़ियों में छिपा कर रखा गया था.
बता दें कि बीते दिनों एक ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी पति के घर कच्ची शराब पीने के बाद 9 लोगों की तड़प-तड़प कर दर्दनाक मौत (people died due to haridwar poisonous liquor) हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने दावा किया था कि अब इलाके में ना तो कच्ची शराब बनेगी और ना बिकेगी. लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग के इन दावों के बावजूद अभी भी इसी इलाके में धड़ल्ले से कच्ची शराब बनाई और बेची जा रही है. इस बात का खुलासा शुक्रवार शाम एक बार फिर से उस समय हुआ जब जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्रा ने पथरी क्षेत्र के कई इलाकों में छापेमारी कर जंगलों और नदी नालों में छिपाकर रखी गई करीब 12 सौ लीटर लहन को बरामद किया.
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लहन द्वारा ही शराब को तैयार की जाती है और ऐसी ही कच्ची शराब पीने से कई ग्रामीणों की जान चली गई थी. जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्रा ने बताया कि आबकारी विभाग की कई टीमें पथरी देहात के कई इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही है. इन छापेमारी के दौरान ही कच्ची व देशी शराब भी बरामद हो रही है. उन्होंने बताया कि छापेमारी का यह क्रम आगे भी जारी रहेगा.
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गौर हो कि पथरी जहरीली शराब कांड (Pathri Poisonous Liquor Case Case) ने प्रशासन को हिला दिया था. हरिद्वार जहरीली शराब कांड में 9 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. हरिद्वार जहरीली शराब कांड (Poisonous Liquor Case haridwar) में वैसे तो लोगों में चर्चा है कि 11 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन जिला प्रशासन ने पहले हुई तीन लोगों की मौत का कारण जहरीली शराब पीना नहीं माना था.