भगवानपुरः एक तरफ जहां भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. वहीं आज किसान उत्पीड़न का शिकार होते जा रहे हैं. मजबूर किसान व उसके भूखे बच्चों की आवाज सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही है.
पूरा मामला भगवानपुर के तहसील परिसर का है, जहां सोमवार को गन्ना भुगतान को लेकर किसानों ने धरना प्रदर्शन किया. उपजिलाधिकारी भगवानपुर के कार्यालय के सामने सैकड़ों किसानों ने जमकर धरना प्रदर्शन करते हुए अपने बकाया गन्ना भुगतान की मांग की.
उन्होंने बताया कि इकबालपुर मिल में किसानों का पिछले साल से गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हो सका है. किसानों का आरोप है कि हर वर्ष अपने भुगतान को लेकर उन्हें धरना प्रदर्शन करना पड़ता है. तब भी पूरा भुगतान नहीं किया जाता है.
उन्होंने कहा कि यदि किसानों का 15 दिन के भीतर भुगतान नहीं किया गया तो पूरे जिले की कानून व्यवस्था को किसानों द्वारा ठप कर दिया जाएगा, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.
उन्होंने बताया कि यही नहीं यदि भुगतान में और देरी हुई तो किसान आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. किसानों द्वारा तहसीलदार भगवानपुर को ज्ञापन देते हुए अपनी मांगों को पूरा कराने की बात कही.
उपजिलाधिकारी भगवानपुर ने इकबालपुर मिल के प्रबंधन को बुलाया और जल्द से जल्द भुगतान करने के निर्देश दिए.
उपजिलाधिकारी ने कहा कि यदि मिल प्रबंधन ने जल्दी भुगतान नहीं किया तो मिल में रखी चीनी को जब्त कर नीलाम करके किसानों का भुगतान किया जाएगा.