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जिस जगह कुंभ स्नान करेंगे करोड़ों भक्त, उस हरकी पैड़ी पर झूल रहे हैं बिजली के तार

हरिद्वार की तमाम जगहों पर हवा में झूलते तारों को जमीन के अंदर डालने की प्रक्रिया पहले से चल रही है. लेकिन हरकी पैड़ी पर लटकते तार कभी भी खतरे का कारण बन सकते हैं.

Haridwar Latest News
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Published : Mar 1, 2021, 3:36 PM IST

Updated : Mar 1, 2021, 5:08 PM IST

हरिद्वार: सदी के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को लेकर सरकार और मेला प्रशासन दावा कर रहे हैं कि हरिद्वार पूरी तरह से तैयार है. हरिद्वार में कुंभ को लेकर के पूरे क्षेत्र को सजाया और संवारा जा रहा है. सबसे ज्यादा फोकस अगर कहीं है तो वह है हरकी पैड़ी पर. हरकी पौड़ी पर सीएसआर के तहत करोड़ों रुपए का कार्य किया जा रहा है, जिसमें बड़ी वॉल एलईडी टीवी, फर्श पर शानदार पत्थर, बड़ी-बड़ी लाइट मंदिरों में रंग-रोगन किया जा रहा है.

हरिद्वार हरकी पैड़ी पर झूल रहे बिजली के तार.

लगता है बिजली विभाग या मेला प्रशासन हरकी पैड़ी पर लटक रहे बिजली के तारों और तमाम दूसरी इलेक्ट्रिकल तार हटाना भूल गया है. आलम यह है कि आते जाते लोगों के सिर पर यह तार अब लग रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि कुंभ भले ही 1 महीने का हो गया हो लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ अन्य स्थानों से हरकी पौड़ी पर पहुंच रही है. ऐसे में अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?

शहर में भूमिगत किए जा रहे हैं बिजली के तार

हरिद्वार उत्तराखंड का पहला शहर होगा जहां पर बिजली के तारों को भूमिगत बिजली किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक यह कार्य 50 फीसदी अबतक पूरा हो चुका है. हरिद्वार की तमाम जगहों पर हवा में झूलते तारों को जमीन के अंदर डालने की प्रक्रिया पहले से चल रही है. हालांकि, यूपीसीएल का कहना था कि इस कार्य को कुंभ से पहले पूरा कर दिया जाएगा. लेकिन अभी भी शहर में जहां-तहां तारें लटकी दिखाई दे रही हैं. इस कार्य के लिए 388 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है. कुंभ जैसे बड़े आयोजन के साथ-साथ हरिद्वार को सुंदर बनाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने यह पहल की थी.

पढ़ें- उत्तराखंड सरकार से फिर नाराज दिखे नरेंद्र गिरी, कहा- माघ मेले की तर्ज पर हो महाकुंभ का आयोजन

कुंभ स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे हरकी पैड़ी

हैरानी की बात यह है कि हरकी पौड़ी जैसे बड़े धार्मिक स्थल से भी अभी तक तार नहीं हटाई गई हैं. घंटा घर के आसपास तारों का जंजाल जहां-तहां देखा जा सकता है. हो सकता है कि प्रशासन ने इन तारों के मुख्य कनेक्शन काट दिए गए हों ? वैसे यह बात अभी इसलिए भी सच नहीं हो सकती, क्योंकि हरकी पैड़ी पर अभी अंडर ग्राउंड वायर का कार्य नहीं हुआ है. ऐसे में सीसीटीवी बिजली के खंभों के तार आरती में बजने वाले स्पीकर के तार सहित अन्य तार अभी भी घंटाघर पर हवा में झूल रहे हैं. जबकि देखा जाए तो मेले जैसी भीड़ हर स्नान में पहुंच रही है. एक अप्रैल से महाकुंभ के स्नान शुरू हो जाएंगे. इसमें करोड़ों श्रद्धालु हरकी पौड़ी पर स्नान करने के लिए पहुंचेंगे.

पढ़ेंः हरिद्वार कुंभ: श्री शंभू अटल अखाड़ा की धर्मध्वजा धूमधाम से की गई स्थापित

तारों को किया जा रहा अंडर ग्राउंड

रमेश पोखरियाल निशंक की पहल पर हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन इन सभी कार्यों को करवा रही है. इसमें उत्तर प्रदेश गेस्ट हाउस अलकनंदा से लेकर चमगादड़ टापू तक कार्य होना है. उम्मीद जताई जा रही है कि कुंभ से पहले हरिद्वार की हरकी पौड़ी को दुल्हन की तरह पूरी तरह से सजा दिया जाएगा. आने-जाने के अलग-अलग गेट गंगा सभा का कार्यालय, जूता स्टाल, मां गंगा की डोली को रखने का स्थान और अन्य जगहों को बेहद खूबसूरती से सजाया और संवारा जा रहा है. लेकिन इन सभी कार्यों को पलीता लगाते यह हवा में झूलते तार कह रहे हैं कि भला इनकी कौन कब सुध लेगा ?

हरिद्वार: सदी के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को लेकर सरकार और मेला प्रशासन दावा कर रहे हैं कि हरिद्वार पूरी तरह से तैयार है. हरिद्वार में कुंभ को लेकर के पूरे क्षेत्र को सजाया और संवारा जा रहा है. सबसे ज्यादा फोकस अगर कहीं है तो वह है हरकी पैड़ी पर. हरकी पौड़ी पर सीएसआर के तहत करोड़ों रुपए का कार्य किया जा रहा है, जिसमें बड़ी वॉल एलईडी टीवी, फर्श पर शानदार पत्थर, बड़ी-बड़ी लाइट मंदिरों में रंग-रोगन किया जा रहा है.

हरिद्वार हरकी पैड़ी पर झूल रहे बिजली के तार.

लगता है बिजली विभाग या मेला प्रशासन हरकी पैड़ी पर लटक रहे बिजली के तारों और तमाम दूसरी इलेक्ट्रिकल तार हटाना भूल गया है. आलम यह है कि आते जाते लोगों के सिर पर यह तार अब लग रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि कुंभ भले ही 1 महीने का हो गया हो लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ अन्य स्थानों से हरकी पौड़ी पर पहुंच रही है. ऐसे में अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?

शहर में भूमिगत किए जा रहे हैं बिजली के तार

हरिद्वार उत्तराखंड का पहला शहर होगा जहां पर बिजली के तारों को भूमिगत बिजली किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक यह कार्य 50 फीसदी अबतक पूरा हो चुका है. हरिद्वार की तमाम जगहों पर हवा में झूलते तारों को जमीन के अंदर डालने की प्रक्रिया पहले से चल रही है. हालांकि, यूपीसीएल का कहना था कि इस कार्य को कुंभ से पहले पूरा कर दिया जाएगा. लेकिन अभी भी शहर में जहां-तहां तारें लटकी दिखाई दे रही हैं. इस कार्य के लिए 388 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है. कुंभ जैसे बड़े आयोजन के साथ-साथ हरिद्वार को सुंदर बनाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने यह पहल की थी.

पढ़ें- उत्तराखंड सरकार से फिर नाराज दिखे नरेंद्र गिरी, कहा- माघ मेले की तर्ज पर हो महाकुंभ का आयोजन

कुंभ स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे हरकी पैड़ी

हैरानी की बात यह है कि हरकी पौड़ी जैसे बड़े धार्मिक स्थल से भी अभी तक तार नहीं हटाई गई हैं. घंटा घर के आसपास तारों का जंजाल जहां-तहां देखा जा सकता है. हो सकता है कि प्रशासन ने इन तारों के मुख्य कनेक्शन काट दिए गए हों ? वैसे यह बात अभी इसलिए भी सच नहीं हो सकती, क्योंकि हरकी पैड़ी पर अभी अंडर ग्राउंड वायर का कार्य नहीं हुआ है. ऐसे में सीसीटीवी बिजली के खंभों के तार आरती में बजने वाले स्पीकर के तार सहित अन्य तार अभी भी घंटाघर पर हवा में झूल रहे हैं. जबकि देखा जाए तो मेले जैसी भीड़ हर स्नान में पहुंच रही है. एक अप्रैल से महाकुंभ के स्नान शुरू हो जाएंगे. इसमें करोड़ों श्रद्धालु हरकी पौड़ी पर स्नान करने के लिए पहुंचेंगे.

पढ़ेंः हरिद्वार कुंभ: श्री शंभू अटल अखाड़ा की धर्मध्वजा धूमधाम से की गई स्थापित

तारों को किया जा रहा अंडर ग्राउंड

रमेश पोखरियाल निशंक की पहल पर हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन इन सभी कार्यों को करवा रही है. इसमें उत्तर प्रदेश गेस्ट हाउस अलकनंदा से लेकर चमगादड़ टापू तक कार्य होना है. उम्मीद जताई जा रही है कि कुंभ से पहले हरिद्वार की हरकी पौड़ी को दुल्हन की तरह पूरी तरह से सजा दिया जाएगा. आने-जाने के अलग-अलग गेट गंगा सभा का कार्यालय, जूता स्टाल, मां गंगा की डोली को रखने का स्थान और अन्य जगहों को बेहद खूबसूरती से सजाया और संवारा जा रहा है. लेकिन इन सभी कार्यों को पलीता लगाते यह हवा में झूलते तार कह रहे हैं कि भला इनकी कौन कब सुध लेगा ?

Last Updated : Mar 1, 2021, 5:08 PM IST
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