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रिनिवल को लेकर महिला कर्मियों ने सीएमएस पर लगाए गंभीर आरोप, एसडीएम से की शिकायत - ruckus between CMS and women personnel

सिविल अस्पताल में दो महिला संविदा कर्मी और सीएमएस के बीच रिनिवल को लेकर हंगामा हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल दोनों पक्षों को शांत कराया. वहीं दोनों महिलाओं ने सीएमएस पर मानसिक उत्पीड़न और अभ्र्द व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

रिनिवल को लेकर दो महिला संविदा कर्मी और सीएमएस के बीच हुई नोकझोंक.
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Published : Aug 31, 2019, 8:17 PM IST

रुड़की: नगर के सिविल अस्पताल में दो महिला संविदा कर्मी और सीएमएस के बीच रिनिवल को लेकर तीखी नोकझोंक हो गयी. हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल दोनों पक्षों को शांत कराया. वहीं दोनों महिला संविदा कर्मियों ने सीएमएस पर मानसिक उत्पीड़न और अभ्र्द व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

रिनिवल को लेकर महिला कर्मियों ने सीएमएस पर लगाए गंभीर आरोप.

बता दें कि मामला शांत होने के बाद दोनों महिला कर्मचारियों ने पूरे प्रकरण की शिकायत स्वास्थ्य सचिव और एसडीएम से की, शिकायत का संज्ञान लेते हुए हरिद्वार सीएमओ ने रिनिवल करने के आदेश दिए हैं. लेकिन सीएमएस रिनिवल पर साइन करने को तैयार नहीं है.

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वहीं महिला कर्मी रोशनी नौटियाल ने सीएमएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सेवा का रिनिवल एक वर्ष के लिए होता था. लेकिन वर्तमान सीएमएस डीके चक्रपाणि ने रिनिवल का समय तीन माह कर दिया और समय पूरा होने पर रिनिवल करने से भी इंकार कर दिया. साथ ही कहा कि रिनिवल के नाम पर उनसे रिश्वत भी मांगी गई.

रुड़की: नगर के सिविल अस्पताल में दो महिला संविदा कर्मी और सीएमएस के बीच रिनिवल को लेकर तीखी नोकझोंक हो गयी. हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल दोनों पक्षों को शांत कराया. वहीं दोनों महिला संविदा कर्मियों ने सीएमएस पर मानसिक उत्पीड़न और अभ्र्द व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

रिनिवल को लेकर महिला कर्मियों ने सीएमएस पर लगाए गंभीर आरोप.

बता दें कि मामला शांत होने के बाद दोनों महिला कर्मचारियों ने पूरे प्रकरण की शिकायत स्वास्थ्य सचिव और एसडीएम से की, शिकायत का संज्ञान लेते हुए हरिद्वार सीएमओ ने रिनिवल करने के आदेश दिए हैं. लेकिन सीएमएस रिनिवल पर साइन करने को तैयार नहीं है.

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वहीं महिला कर्मी रोशनी नौटियाल ने सीएमएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सेवा का रिनिवल एक वर्ष के लिए होता था. लेकिन वर्तमान सीएमएस डीके चक्रपाणि ने रिनिवल का समय तीन माह कर दिया और समय पूरा होने पर रिनिवल करने से भी इंकार कर दिया. साथ ही कहा कि रिनिवल के नाम पर उनसे रिश्वत भी मांगी गई.

Intro:पिछले कुछ समय से रुड़की का सरकारी अस्पताल चर्चाओं का विषय बनकर रह गया है, अस्पताल के सीएमएस की कारगुजारी को लेकर हमेशा विवाद उत्पन्न होता रहा है। कभी मीडिया से बदसलूकी तो कभी मरीजो और तीमारदारों के साथ अभ्र्द व्यवहार सीएमएस के कार्य पर प्रश्नचिन्ह लगाता रहा है। ताजा मामला दो महिला संविदा कर्मचारियों का है, जिनसे सीएमएस की तीखी नोकझोंक हो गयी। सीएमएस के अभ्र्द व्यवहार से नाराज महिला कर्मचारियों ने सीएमएस को दौड़ा दिया, और हंगामा कर सीएमएस पर कई गम्भीर आरोप जड़ दिए। हंगामे के सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची और बमुश्किल हंगामा शांत कराया।


Body:आपको बता दे कि रुड़की के सिविल अस्पताल में दो महिला संविदा कर्मचारियों ने सीएमएस पर मानसिक उत्पीड़न और अभ्र्द व्यवहार का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। महिला कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी सेवा का रिनिवल एक वर्ष के लिए होता था, लेकिन वर्तमान सीएमएस डीके चक्रपाणि ने रिनिवल का समय तीन माह कर दिया और समय पूरा होने पर रिनिवल करने से भी इंकार कर दिया। आरोप है कि रिनिवल के नाम पर रिश्वत भी मांगी गई, दोनों महिला कर्मचारियों ने पूरे प्रकरण की शिकायत स्वास्थ्य सचिव और एसडीएम से की। शिकायत का संज्ञान लेते हुए हरिद्वार सीएमओ ने रिनिवल के आदेश कर दिए लेकिन सीएमएस साईन करने को तैयार नही है, कई दिनों से महिला कर्मचारियों को चक्कर कटाए जा रहे है।

Conclusion:आज जब महिला कर्मचारियों के पति सीएमएस से इस सम्बंध में बात करने पहुँचे तो सीएमएस ने बात करने से साफ इंकार कर दिया, साथ ही अभ्र्द भाषा का इस्तेमाल भी किया, मौके पर महिला कर्मचारियों ने सीएमएस के व्यवहार और उत्पीड़न को लेकर हंगामा शुरू किया तो सीएमएस अपने ऑफिस से निकल कर चलते बने, सीएमएस के पीछे पीछे महिला कर्मचारी दौड़ती रही और सवालों का जवाब मांगती रही, काफ़ी देर हंगामे के बाद सूचना पर स्थानीय पुलिस अस्पताल पहुँची और हंगामा शांत कराया। पीड़ित महिला कर्मियों ने इस प्रकरण की शिकायत हरिद्वार सीएमओ से की है, वहीं सीएमएस इस मामले में मीडिया से बचते नजर आए।

बाइट-- रोशनी नौटियाल (पीड़ित महिला कर्मचारी)
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