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Haridwar Flood Disaster: रेड से येलो अलर्ट में आए प्रभावित क्षेत्र, हालात पर सेटेलाइट से नजर

उत्तराखंड के सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिला हरिद्वार के हालातों पर आपदा प्रबंधन विभाग ने जानकारी दी है. जिसके तहत अब प्रभावित क्षेत्रों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. अब उफान पर बह रही सोनाली नदी भी खतरे के निशान से नीचे आ गई है.

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Published : Jul 14, 2023, 4:00 PM IST

Updated : Jul 14, 2023, 10:12 PM IST

हरिद्वार के हालातों पर सेटेलाइट से रखी जा रही नजर

हरिद्वार: पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में हो रही बरसात के बाद निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति है. हरिद्वार के कई ब्लॉक में इस वक्त बचाव और राहत का कार्य चल रहा है. ऐसे में ताजा हालातों को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने विस्तार से जानकारी दी है. आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि स्थिति पहले से ज्यादा बेहतर हुई है. अभी फिलहाल प्रभावित क्षेत्र रेड अलर्ट से येलो अलर्ट में आ गए हैं.

Disaster Management Department Haridwar
मैप के जरिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का लगाया जा रहा पता

ये है हरिद्वार में तबाही की वजह: आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि पिछले 1 हफ्ते से लगातार अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही सोनाली नदी भी अब अपने खतरे के निशान के नीचे चली गई है. उन्होंने ने बताया कि पूर्व में कभी इस नदी का जलस्तर ऊपर जाता था, तो वह एक या दो दिन में नीचे आ जाता था, लेकिन इस बार लगातार यह 1 सप्ताह से खतरे के निशान के ऊपर चल रहा था. लगातार कई दिनों तक सोनाली नदी का जलस्तर ऊपर रहने की वजह से हरिद्वार में यह स्थिति हुई है.

flood affected district Haridwar
हरिद्वार के हालातों पर सेटेलाइट से रखी जा रही नजर

प्रभावित क्षेत्रों की सेटेलाइट इमेजरी से हो रही मॉनिटरिंग: आपदा प्रबंधन अपर सचिव ने बताया कि वह आपदा से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी का भी लगातार पैरेलल यूज कर रहे हैं. वह सेंट्रल कंट्रोल रूम से लगातार टाइम सीरीज व्यू में मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्क्रीन पर नजर आ रहे इफेक्टेड एरिया में समय के साथ-साथ लगातार कमी आनी चाहिए. जिसको लेकर निश्चित समय अंतराल के बाद माउंटिंग की जा रही है और देखा जा रहा है कि प्रभावित क्षेत्र पर किस तरह से असर हो रहा है. ग्राउंड पर रेस्क्यू करते हुए रेस्क्यू टीम को प्रभावित क्षेत्र का एक वृहद आकलन नहीं हो पाता है, लेकिन कंट्रोल रूम से पूरे प्रभावित इलाके कि इस तरह से टेक्नोलॉजी के माध्यम से अमाउंट रिंग करने पर पता लगता है कि रेस्क्यू की रफ्तार क्या है और प्रभावित क्षेत्र पर समय के साथ-साथ क्या असर पड़ रहा है.

flood affected district Haridwar
भारी बारिश के कारण जलमग्न हुए घर
ये भी पढ़ें: पूरे भारत में जारी रहेगी मानसून की झमाझम, उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना

अगले 4 दिनों में प्रदेश का ऐसा होगा मौसम: आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि फिलहाल हरिद्वार में राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं. अगले 4 दिनों के लिए भी प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा अलर्ट किया गया है. अगले 3 दिनों के लिए उत्तराखंड में येलू अलर्ट है, जबकि चौथे दिन 3 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी किया जाने वाला पूर्वानुमान एक तरह से निश्चित नहीं होता है. इसमें समय के साथ-साथ बदलाव आ सकते हैं. लिहाजा आपदा प्रबंधन लगातार हालातों पर नजर बनाए रखता है.

flood affected district Haridwar
हरिद्वार में बारिश ने जमकर अपना कहर बरपाया है
ये भी पढ़ें: अल्मोड़ा में आसमानी आफत ने बढ़ाई मुश्किलें, कई संपर्क मार्ग बाधित

हरिद्वार के हालातों पर सेटेलाइट से रखी जा रही नजर

हरिद्वार: पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में हो रही बरसात के बाद निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति है. हरिद्वार के कई ब्लॉक में इस वक्त बचाव और राहत का कार्य चल रहा है. ऐसे में ताजा हालातों को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने विस्तार से जानकारी दी है. आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि स्थिति पहले से ज्यादा बेहतर हुई है. अभी फिलहाल प्रभावित क्षेत्र रेड अलर्ट से येलो अलर्ट में आ गए हैं.

Disaster Management Department Haridwar
मैप के जरिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का लगाया जा रहा पता

ये है हरिद्वार में तबाही की वजह: आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि पिछले 1 हफ्ते से लगातार अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही सोनाली नदी भी अब अपने खतरे के निशान के नीचे चली गई है. उन्होंने ने बताया कि पूर्व में कभी इस नदी का जलस्तर ऊपर जाता था, तो वह एक या दो दिन में नीचे आ जाता था, लेकिन इस बार लगातार यह 1 सप्ताह से खतरे के निशान के ऊपर चल रहा था. लगातार कई दिनों तक सोनाली नदी का जलस्तर ऊपर रहने की वजह से हरिद्वार में यह स्थिति हुई है.

flood affected district Haridwar
हरिद्वार के हालातों पर सेटेलाइट से रखी जा रही नजर

प्रभावित क्षेत्रों की सेटेलाइट इमेजरी से हो रही मॉनिटरिंग: आपदा प्रबंधन अपर सचिव ने बताया कि वह आपदा से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी का भी लगातार पैरेलल यूज कर रहे हैं. वह सेंट्रल कंट्रोल रूम से लगातार टाइम सीरीज व्यू में मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्क्रीन पर नजर आ रहे इफेक्टेड एरिया में समय के साथ-साथ लगातार कमी आनी चाहिए. जिसको लेकर निश्चित समय अंतराल के बाद माउंटिंग की जा रही है और देखा जा रहा है कि प्रभावित क्षेत्र पर किस तरह से असर हो रहा है. ग्राउंड पर रेस्क्यू करते हुए रेस्क्यू टीम को प्रभावित क्षेत्र का एक वृहद आकलन नहीं हो पाता है, लेकिन कंट्रोल रूम से पूरे प्रभावित इलाके कि इस तरह से टेक्नोलॉजी के माध्यम से अमाउंट रिंग करने पर पता लगता है कि रेस्क्यू की रफ्तार क्या है और प्रभावित क्षेत्र पर समय के साथ-साथ क्या असर पड़ रहा है.

flood affected district Haridwar
भारी बारिश के कारण जलमग्न हुए घर
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अगले 4 दिनों में प्रदेश का ऐसा होगा मौसम: आपदा प्रबंधन अपर सचिव सविन बंसल ने बताया कि फिलहाल हरिद्वार में राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं. अगले 4 दिनों के लिए भी प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा अलर्ट किया गया है. अगले 3 दिनों के लिए उत्तराखंड में येलू अलर्ट है, जबकि चौथे दिन 3 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी किया जाने वाला पूर्वानुमान एक तरह से निश्चित नहीं होता है. इसमें समय के साथ-साथ बदलाव आ सकते हैं. लिहाजा आपदा प्रबंधन लगातार हालातों पर नजर बनाए रखता है.

flood affected district Haridwar
हरिद्वार में बारिश ने जमकर अपना कहर बरपाया है
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Last Updated : Jul 14, 2023, 10:12 PM IST
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