हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण (corona infection) के मामलों में कमी देखी जा रही है. इसको देखते हुए एक बार फिर से धर्मनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा (Increase in pilgrims number) देखने को मिल रहा है. खासकर हरकी पैड़ी (harki paidi) पर खासी रौनक देखी जा रही है. कई दिनों से घरों में कैद श्रद्धालु हरकी पैड़ी पहुंचकर गंगा स्नान (Ganga bath) कर रहे हैं. वहीं, आर्थिक मंदी की मार (economic downturn) झेल रहे व्यापारियों ने भी सरकार से नियमों में ढील देने के साथ ही सभी पर्यटक स्थल खोलने की मांग (demand for opening tourist places) की है.
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने प्रदेश में कोविड कर्फ्यू (covid curfew) लगाया है. जिसके बाद से ही हरिद्वार में हरकी पैड़ी समेत सभी धार्मिक स्थल वीरान पड़े थे. अब कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद हरकी पैड़ी पर अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. श्रद्धालुओं के बढ़ने से हरकी पैड़ी गुलजार नजर आने लगी है. आसपास के राज्यों से आये श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्यलाभ कमाने के साथ ही गर्मी से राहत भी पा रहे हैं.
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हरिद्वार में यात्रियों की संख्या बढ़ने से व्यापारियों की उम्मीद भी जगी है. ट्रैवल, होटल समेत अन्य कारोबार से जुड़े व्यापारियों ने राज्य सरकार से नियमों में छूट देने की मांग की है. होटल कारोबारी विभाष मिश्रा ने सरकार से बॉर्डर पर आरटीपीसीर टेस्ट (RTPCR Test) की बाध्यता को खत्म करने की मांग की है. वहीं, व्यापार मंडल के राष्ट्रीय सचिव कैलाश केशवानी ने भी सरकार से मांग की है कि जिन श्रद्धालुओं या पर्यटकों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है, उन्हें बे रोक टोक उत्तराखंड में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए.
हरिद्वार में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से व्यापारियों की उम्मीद तो जागी है, लेकिन कोरोना के मामले कम होने के बावजूद सरकार अभी पूरी तरह से नियमों ढील देने के विचार में नहीं है. क्योंकि जिस तरह से दूसरी लहर ने कहर बरपाया है, उसे देखते हुए सरकार फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है.