लक्सर: दरगाहपुर के ग्राम प्रधान के खिलाफ विकास कार्यों में धांधली के मामले में समाजसेवी कपिल गोयल ने शासन से शिकायत किया था. मामले में उत्तराखंड शासन ने गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. बता दें कि दरगाहपुर निवासी कपिल गोयल ने प्रधान पर गांव में विकास कार्यों में धांधली, गबन व मनमानी का आरोप लगाकर शिकायत संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों से की थी. हालांकि प्रधान के खिलाफ कार्रवाई न होने के चलते समाजसेवी कपिल गोयल ने पिछले साल 25 अगस्त 2019 को अनशन भी किया. जिसके बाद उपजिलाधिकारी के आश्वासन पर उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया. लेकिन काफी दिनों तक कार्रवाई न होने पर समाजसेवी ने एक बार फिर 13 जुलाई 2020 को अनशन पर बैठा. जिसके बाद 14 जुलाई 2020 को उपजिलाधिकारी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देकर अनशन समाप्त करा दिया था.
लेकिन बार-बार समाजसेवी को कार्रवाई के बजाय आश्वासन ही मिलता रहा. जिसके चलते दोबारा समाजसेवी ने 5 सिंतबर 2020 को अनशन शुरू किया, लेकिन उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा एवं नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों द्वारा अनशन को समाप्त करा दिया. हालांकि जिसके बाद ग्राम प्रधान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी मुकदमे में समाजसेवी कपिल गोयल पर ₹5 लाख की मानहानि का नोटिस मिल गया.
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समाजसेवी कपिल गोयल का आरोप है कि ग्राम प्रधान को राजनीतिक नेताओं तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते उनके खिलाफ कोई विभागीय जांच नही हो रही है. उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा ने बताया कि शिकायत पत्र मिला है, समाजसेवी कपिल गोयल के द्वारा प्रधान के खिलाफ शिकायत की गई है. उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान के द्वारा किस तरह से धांधली की गई है. उस पत्र में वे उल्लेख करें.