रुड़की: लॉकडाउन के बाद देश में मजदूरों और गरीबों की बढ़ती दुर्दशा को लेकर कांग्रेस आक्रामक हो गई है. इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन ने केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरा. काजी ने लॉकडाउन के बाद मजदूरों के पैदल घरों की ओर निकलने, भूख से उनकी मौत और दुर्दशा पर दुख जताते हुए सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराया.
मंगलौर से कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है. सरकार की बनाई गई नीतियां गरीबों के खिलाफ हैं. सरकार की नीतियों से मजदूर वर्ग परेशान है. मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गांधीवादी पार्टी है. कोविड-19 के चलते देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है. जिसके चलते आम आदमी बहुत परेशान है, इसलिए भारत सरकार को गरीब परिवार के खातों में दस दस हजार रुपये डाल कर उनकी मदद करनी चाहिए.
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उन्होंने कहा जितने भी मजदूर लोग हैं उन्हें मनरेगा के अंतर्गत साल में दो-सौ दिनों का काम दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा हमारी मांग है कि किसानों, मजदूरों और गरीबों के बच्चों की शिक्षा का भी सरकार ध्यान रखे. सरकार को जल्द से जल्द इनकी पढ़ाई शुरू करवाने पर विचार करना चाहिए.