हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में कुंभ मेले के लिए बनाए गए बेस अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है. इस अस्पताल का संचालन पतंजलि योग पीठ द्वारा किया जाएगा. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
मंगलवार को कोरोना अस्पताल का उद्घाटन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और योग गुरु बाबा रामदेव ने किया. इस अस्पताल में कोरोना के गंभीर मरीजों का भी उपचार किया जाएगा. अस्पताल में कोरोना मरीजों के प्राकृतिक इलाज के साथ ही आवश्यक परिस्थितियों में ही मरीज को रेमडेसिवीर, एंटीबायोटिक व स्टेरॉयड आदि दिए जाएंगे.
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हरिद्वार कुंभ के लिए राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए बेस अस्पताल को सरकार अब कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल करेगी. इसके लिए राज्य सरकार और योग गुरु बाबा रामदेव के बीच समझौता हुआ है, जिसमें अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी पतंजलि योग पीठ को दी गई है. 150 बेड का ये अस्पताल कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए काफी कारगर साबित होगा. मुख्यमंत्री तीरथ का कहना है कि इस अस्पताल का फायदा हरिद्वार ही नहीं बल्कि हरिद्वार के आसपास के क्षेत्रों को भी मिलेगा. उत्तराखंड राज्य में ऑक्सीजन बेड की कमी नहीं है. पर्याप्त मात्रा में हमारे पास वेंटिलेटर उपलब्ध हैं.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के आह्वान पर प्रदेश में 18 साल से ऊपर के लोगों को निशुल्क वैक्सीन लगाई जाएगी. इसमें 400 करोड़ का खर्च आ रहा है और 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगनी है. वैक्सीन का काम भी दो से तीन दिन में शुरू हो जाएगा. केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड सरकार की पूरी मदद की जा रही है. प्रधानमंत्री द्वारा हमें आश्वस्त किया गया है कि प्रदेश को वेंटिलेटर, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मिलती रहेगी.