हरिद्वार/देहरादून: भारत सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के नतीजे घोषित कर दिये हैं. स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में इंदौर और सूरत देश के सबसे स्वच्छ शहर बने हैं. वहीं, बात अगग उत्तराखंड की बात करें तो स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में देहरादून शहर 68 वें नंबर पर रहा है. इस लिस्ट में हरिद्वार 176 वें नंबर पर रहा. स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में रुड़की 180, हल्द्वानी 211, ऋषिकेश 304, कोटद्वार 348, रुद्रपुर 417 वें नंबर पर रहा.
राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के नतीजे आज ही घोषित हुए. जिसमें 444 नगर निगमों में हरिद्वार 176वें स्थान पर रहा. पहले 2022 में हरिद्वार इस सूची में 336वें पायदान पर था. राष्ट्रीय सर्वे में सुधार के साथ ही हरिद्वार ने प्रदेश की सूची में भी सुधार करते हुए अपना प्रदर्शन 6 अंक बेहतर किया है. प्रदेश के 11 नगरनिगमों में सर्वेक्षण में हरिद्वार दूसरे नंबर पर रहा है, जबकि गतवर्ष हरिद्वार आठवें पायदान पर था. इसके साथ ही हरिद्वार ने वाटर प्लस कैटेगरी में भी सुधार करते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है. इस कैटेगरी में नदी तटों पर प्रदूषण व स्वच्छता के आधार पर शहरों का आंकलन किया जाता है.
नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला पहले स्थान पर: विभागीय मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम देहरादून को राज्य के नगर निगम की श्रेणी में क्लीन सिटी के रूप में प्रथम पुरस्कार मिला है, जबकि नॉर्थ जोन में 68वीं रैंक हासिल हुई है. डॉ अग्रवाल ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में नगर निगम देहरादून को नॉर्थ जोन में 69वीं रैंक मिली थी. इस वर्ष नगर निगम देहरादून ने अपनी रैंक में सुधार किया है. वहीं नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला को राज्य की नगर पालिकाओं की श्रेणी में क्लीन सिटी के रूप में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. पिछले साल भी नगर पालिका मुनिकीरेती को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था.
पढे़ं- 'रिस्क नहीं लेना है सर, झटके में गिर गए तो...' तभी टकरा गई इंटरसेप्टर, देखिए चीला हादसे का वीडियो
ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया नगर निगम की स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के प्रयास लगातार किया जा रहा है. जिसके लिए हमने डोर टू डोर कलेक्शन में भी वृद्धि की. सभी विभागीय कर्मचारियों का मेडिकल चेकअप भी कराया गया. यह सब चीज इसमें में काउंट की जाती हैं. जगह-जगह पर डस्टबिन लगाए गए. जिससे लोग कूड़ा इधर-उधर ने फेंके. इसके साथ ही वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम में भी काफी सुधार किया है. जिसके कारण हरिद्वार की रैंकिग में सुधार हुआ है.