ETV Bharat / state

हरिद्वार में भूखे पेट ड्यूटी कर रहे हैं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, जानें वजह

author img

By

Published : Sep 24, 2020, 4:05 PM IST

Updated : Sep 24, 2020, 4:47 PM IST

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हरिद्वार के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान भूखे रहने का फैसला लिया है. कर्मचारियों का कहना है कि यदि इस विरोध के दौरान किसी स्वास्थ्य कर्मी के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

haridwar Health Department employees demand
अपनी मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का विरोध.

हरिद्वार: स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर विरोध जताया है. मांगें पूरी करवाने के लिए कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान भूखे रहने का फैसला लिया है. ऐसे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिना अन्न ग्रहण किए ड्यूटी कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगों को सरकार और महकमा नहीं मानता तबतक उनका विरोध जारी रहेगा.

अपनी मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का विरोध.

कर्मचारियों का कहना है कि यदि इस विरोध के दौरान किसी स्वास्थ्य कर्मी के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा ने कहा है कि कर्मचारियों की पदोन्नति, पौष्टिक आहार भत्ता, एक महीने का अतिरिक्त मानदेय सहित कई लंबित मांगों पर अभी तक विचार नहीं किया गया है. ऐसे में उनके पास विरोध का और कोई चारा नहीं है.

यह भी पढ़ें-सत्ता पक्ष की 'शिकायत' लेकर गवर्नर से मिले कांग्रेसी, सदन में मौका न मिलने से नाराज

उन्होंने कहा कि वो काफी समय से सरकार से और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक के सामने अपनी मांगों को रख रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है इसलिए अब ड्यूटी के दौरान उन्होंने अन्न ग्रहण न करने का फैसला लिया गया है.

हरिद्वार: स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर विरोध जताया है. मांगें पूरी करवाने के लिए कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान भूखे रहने का फैसला लिया है. ऐसे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिना अन्न ग्रहण किए ड्यूटी कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगों को सरकार और महकमा नहीं मानता तबतक उनका विरोध जारी रहेगा.

अपनी मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का विरोध.

कर्मचारियों का कहना है कि यदि इस विरोध के दौरान किसी स्वास्थ्य कर्मी के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा ने कहा है कि कर्मचारियों की पदोन्नति, पौष्टिक आहार भत्ता, एक महीने का अतिरिक्त मानदेय सहित कई लंबित मांगों पर अभी तक विचार नहीं किया गया है. ऐसे में उनके पास विरोध का और कोई चारा नहीं है.

यह भी पढ़ें-सत्ता पक्ष की 'शिकायत' लेकर गवर्नर से मिले कांग्रेसी, सदन में मौका न मिलने से नाराज

उन्होंने कहा कि वो काफी समय से सरकार से और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक के सामने अपनी मांगों को रख रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है इसलिए अब ड्यूटी के दौरान उन्होंने अन्न ग्रहण न करने का फैसला लिया गया है.

Last Updated : Sep 24, 2020, 4:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.