रुड़कीः भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में इन दिनों संदिग्ध बुखार फैलने से सनसनी मची हुई है. इलाके में एक के बाद एक मौत के बाद हर तरफ मातम छाया हुआ है. कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां हर परिवार से लोग संदिग्ध बुखार से पीड़ित हैं और अगर बात की जाए पिछले एक महीने की तो अब तक संदिग्ध बीमारी से 16 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग हर रोज नई कहानी बुनकर खुद सवालों के घेरे में खड़ा है. जिस दिन गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी उस दिन शुरुआती जांच में 7 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी. लेकिन चिकित्सा अधीक्षक बड़े ही गैर जिम्मेदाराना तरीके से अब बता रहे हैं कि कुल 9 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है.
जिस पर पीड़ित लोगों का स्वास्थ्य विभाग से भरोसा उठ से गया है. इसलिए ग्रामीणों को अब स्वास्थ्य विभाग से कोई मदद नहीं है. बाद में मीडिया में खबर चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव में पहुंचे. ग्रामीणों के मुताबिक सिर्फ गांव आकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खानापूर्ति की है. पिछले एक महीने से रोजाना किसी ने किसी गांव में इस संदिग्ध बीमारी से मौत हो जाती है मगर स्वास्थ्य विभाग है कि ग्रामीणों को झूठे दिलासे लेकर चला जाता है.
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुरुआत में बताया था कि ग्रामीणों के ब्लड सैम्पल लिए गए हैं जोकि जांच के लिए देहरादून लैब में भेज दिए हैं, मगर अब अधिकारियों का कहना है कि सैम्पल में किसी भी प्रकार के डेंगू की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
दो दिन पहले एक महिला के साथ तीन लोगों की मौत के बाद पहुंची टीम ने बताया कि गांव में मैडिकल कैम्प लगाया जा रहा है. सभी ग्रामीणों के ब्लड के नमूने लेकर दोबारा जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. वहीं, हरिद्वार के डीएमओ का कहना है कि अभी तक जो मौतें हुई हैं वो लीवर खराब होने या ब्लड में इंफेक्शन, शुगर बढ़ने आदि की वजह से हुई हैं. दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग उनके गांवों को लेकर गंभीर नहीं है अगर जल्द ही इन सभी गांवों को इस बीमारी से निजात नहीं मिलती है तो लोग प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.