रुड़कीः हरिद्वार जिले के रुड़की में एक मासूम दिव्यांग बच्चे का इलाज करने के नाम पर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. दरअसल रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में एक 12 वर्षीय दिव्यांग बच्चे को एक व्यक्ति द्वारा ठीक करने के नाम पर बच्चे के हाथ-पैर और प्राइवेट पार्ट को इतनी जोर से दबाया कि मासूम की हालत बिगड़ गई. उसके बाद मासूम को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. हालांकि कुछ घंटों बाद ही रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
बता दें कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र स्थित खेमपुर थिथौला निवासी दिलशाद का 10 वर्षीय बेटा अब्दुल कलाम दिव्यांग है. जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम बच्चे की मां घर के बाहर खड़ी थी. इस बीच एक युवक घर के बाहर आया. युवक ने बताया कि वह दिव्यांग बच्चे को ठीक कर सकता है. बच्चे की मां उसके झांसे में आ गई और उपचार करवाने के लिए राजी हो गई. आरोप है कि युवक ने बच्चे का उपचार करने के नाम पर उसका हाथ-पैर और प्राइवेट पार्ट को इतनी जोर से दबाया कि बच्चे की हालत बिगड़ गई. तत्काल बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया.
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इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई. तत्काल पुलिस ने आरोपी युवक की तलाश शुरु कर दी. वहीं कुछ घंटों बाद रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. चौकी प्रभारी नरेश कुमार गंगवार ने बताया कि बच्चे के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आरोपी को हिरासत में ले लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी मानसिक रूप से कमजोर लग रहा है. तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.