हरिद्वार: प्रदेश में धोखाधड़ी के मामले (Uttarakhand fraud case) तो लगातार बढ़ ही रहे हैं, लेकिन हरिद्वार में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां कब्रिस्तान के मालिक से लाखों रुपए की ठगी (Haridwar fraud case) की कई. पीड़ित की शिकायत करने के बाद पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है.
कब्रिस्तान के नाम पर ठगी: धार्मिक संपत्तियों को लेकर भी अब धोखाधड़ी के मामले सामने आने लगे हैं. ज्वालापुर स्थित एक कब्रिस्तान की भूमि को वक्फ बोर्ड में जाने से बचाने के नाम पर एक ठग ने कब्रिस्तान के मालिक से ढाई लाख रुपए ठग (Fraud from Haridwar cemetery owner) लिए. अब पुलिस ने कब्रिस्तान के संचालक की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. कोतवाली ज्वालापुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम जमालपुर कला निवासी जमशेद हसन पुत्र जमीर हसन का एक पुश्तैनी कब्रिस्तान शारदा नगर ज्वालापुर में स्थित है.
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ऐसे हुआ मामले का खुलासा: उस समय पहले जमशेद के पास ईदगाह रोड निवासी नवाब अब्बासी पुत्र इंतजार अब्बासी आया और उसने बताया कि उनका कब्रिस्तान वक्फ बोर्ड की भूमि में जाने वाला है. लेकिन वह चाहे तो उसके कब्रिस्तान को वक्फ बोर्ड में जाने से बचाया जा सकता है. जिस पर जमशेद हसन उसकी बातों में आ गया. इस काम को करवाने के लिए आरोपी ने जमशेद से ढाई लाख रुपए की मांग की. करोड़ों रुपए की संपत्ति बचाने के लिए जमशेद में ढाई लाख रुपए आरोपी को दे दिए. कुछ समय बाद जब जमशेद ने वक्फ बोर्ड कार्यालय जाकर, इस संबंध में जानकारी ली तो पता चला कि सरकार ने ऐसा कोई निर्णय ही नहीं लिया था. ना ही किसी का कब्रिस्तान वक्फ बोर्ड अधिग्रहण कर रहा है.
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पैसे मांगने पर की बदतमीजी: वापस आने पर पीड़ित ने जब नवाब अब्बासी से इस संबंध में पूछा तो उसने गाली गलौज करना शुरू कर दिया. ना तो उसके पैसे वापस दिए और ना ही कोई आश्वासन दिया. उल्टा पैसे वापस मांगने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे डाली. कोतवाली ज्वालापुर इंचार्ज आरके सकलानी ने बताया कि इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, मामले की जांच शुरू हो गई है.