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हरिद्वार में चरमरा सकती है सफाई व्यवस्था, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए कर्मचारी

हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बदहाल हो सकती है. क्योंकि 6 जून से कासा ग्रीन कंपनी के सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. कासा ग्रीन कंपनी शहर में कूड़ा उठाने का काम करती है.

Haridwar Municipal Corporation
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Published : Jun 1, 2022, 7:41 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए दिन रात काम करने वाले कासा ग्रीन कंपनी के कर्मचारी को बीते तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. इसीलिए अब उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने आज 1 जून को शहर का कूड़ा उठाने से मना करते हुए हड़ताल कर दी. इसी वजह से शहर में कई भी कूड़ा नहीं उठा और सफाई कर्मचारियों की एक दिन की हड़ताल से ही शहर गंदगी के ढेर में तब्दील हो गया.

हरिद्वार नगर निगम ने शहर में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दो कंपनियों (कासा ग्रीन और खेल मैदान ग्रुप)को दे रखी है, जो घरों से कूड़ा उठाने के साथ ही शहर में जगह-जगह फैले कचरे को भी उठाने के काम करती है. इनके काम का क्षेत्र भी बांटा हुआ है. कासा ग्रीन के कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें बीत तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, इसीलिए उन्होंने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी है.
पढ़ें- हरिद्वार की सफाई व्यवस्था का रियलिटी चेक, रात 2 बजे तक सड़कों से उठता मिला कूड़ा

सफाई कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से शहर में गंदगी के ढेर लगना शुरू हो गया है. कर्मचारियों ने साफ किया है कि जबतक उनका बकाया वेतन नहीं मिलता है, वो काम पर नहीं लौटेंगे. साथ ही कर्मचारियों ने कहा कि यदि इस हड़ताल के बाद भी उन्हें वेतन नहीं दिया तो वे भूख हड़ताल पर बैठेगे. कर्मचारियों ने धमकी दी है कि न तो वे कूड़ा उठाएंगे और न ही किसी को उठाने देंगे. इसके बाद भी यदि अधिकारियों ने अपना रवैया नहीं बदला तो वे शहर में फैले कूड़े को भरकर अधिकारियों के घर पर भी डालेंगे.

क्या कहते हैं अधिकारी: हरिद्वार नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त एमएल शाह का कहना है कि हरिद्वार में कूड़ा उठाने का काम दो कंपनियां कर रही है. इनमें से एक कासा ग्रीन का 3 महीने का बिल अभी पेंडिंग है. कंपनी ने अपना बिल समय पर दे दिया था, लेकिन अकाउंट स्वीकृत होने में कुछ विलंब हो गया है, जिस खाते से इस कंपनी को भुगतान किया जाता था, उसमें अभी पैसा नहीं था. इस वजह से थोड़ा विलंब हुआ.
पढ़ें- सोमवती अमावस्या पर 'पुण्य' अर्जित कर श्रद्धालुओं ने छोड़ा कचरा, खानपुर विधायक ने झाड़ू से संभाला मोर्चा

कल मुख्य नगर अधिकारी से कासा ग्रीन की वार्ता हो गई थी, लेकिन आज कर्मचारी हड़ताल पर चले गए. निगम द्वारा कंपनी को आश्वासन भी दिया गया है कि 10 से 15 दिन में उनका पैसा रिलीज कर दिया जाएगा. अब कंपनी के मैनेजर से बात कर ली गई है और एक-दो दिन में उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. जब तक कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. तब तक हमने अपने कर्मचारियों से कूड़ा उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है. 2 दिन पहले हुए स्नान के कारण हरिद्वार में कूड़ा काफी अधिक मात्रा में एकत्र हो गया था, जिसे उठाने का क्रम अब शुरू कर दिया गया है.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए दिन रात काम करने वाले कासा ग्रीन कंपनी के कर्मचारी को बीते तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. इसीलिए अब उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने आज 1 जून को शहर का कूड़ा उठाने से मना करते हुए हड़ताल कर दी. इसी वजह से शहर में कई भी कूड़ा नहीं उठा और सफाई कर्मचारियों की एक दिन की हड़ताल से ही शहर गंदगी के ढेर में तब्दील हो गया.

हरिद्वार नगर निगम ने शहर में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दो कंपनियों (कासा ग्रीन और खेल मैदान ग्रुप)को दे रखी है, जो घरों से कूड़ा उठाने के साथ ही शहर में जगह-जगह फैले कचरे को भी उठाने के काम करती है. इनके काम का क्षेत्र भी बांटा हुआ है. कासा ग्रीन के कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें बीत तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, इसीलिए उन्होंने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी है.
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सफाई कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से शहर में गंदगी के ढेर लगना शुरू हो गया है. कर्मचारियों ने साफ किया है कि जबतक उनका बकाया वेतन नहीं मिलता है, वो काम पर नहीं लौटेंगे. साथ ही कर्मचारियों ने कहा कि यदि इस हड़ताल के बाद भी उन्हें वेतन नहीं दिया तो वे भूख हड़ताल पर बैठेगे. कर्मचारियों ने धमकी दी है कि न तो वे कूड़ा उठाएंगे और न ही किसी को उठाने देंगे. इसके बाद भी यदि अधिकारियों ने अपना रवैया नहीं बदला तो वे शहर में फैले कूड़े को भरकर अधिकारियों के घर पर भी डालेंगे.

क्या कहते हैं अधिकारी: हरिद्वार नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त एमएल शाह का कहना है कि हरिद्वार में कूड़ा उठाने का काम दो कंपनियां कर रही है. इनमें से एक कासा ग्रीन का 3 महीने का बिल अभी पेंडिंग है. कंपनी ने अपना बिल समय पर दे दिया था, लेकिन अकाउंट स्वीकृत होने में कुछ विलंब हो गया है, जिस खाते से इस कंपनी को भुगतान किया जाता था, उसमें अभी पैसा नहीं था. इस वजह से थोड़ा विलंब हुआ.
पढ़ें- सोमवती अमावस्या पर 'पुण्य' अर्जित कर श्रद्धालुओं ने छोड़ा कचरा, खानपुर विधायक ने झाड़ू से संभाला मोर्चा

कल मुख्य नगर अधिकारी से कासा ग्रीन की वार्ता हो गई थी, लेकिन आज कर्मचारी हड़ताल पर चले गए. निगम द्वारा कंपनी को आश्वासन भी दिया गया है कि 10 से 15 दिन में उनका पैसा रिलीज कर दिया जाएगा. अब कंपनी के मैनेजर से बात कर ली गई है और एक-दो दिन में उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. जब तक कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. तब तक हमने अपने कर्मचारियों से कूड़ा उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है. 2 दिन पहले हुए स्नान के कारण हरिद्वार में कूड़ा काफी अधिक मात्रा में एकत्र हो गया था, जिसे उठाने का क्रम अब शुरू कर दिया गया है.

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