रुड़की: गंगनहर किनारे घाट पर रखी गई संत रविदास की मूर्ति को प्रशासन ने हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है. इसकी सूचना पर मौके पर पहुंची भीम आर्मी के नेता और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया. दलित समाज के लोगों ने मूर्ति हटाने का जमकर विरोध किया. साथ ही मूर्ति को वापस उसी स्थान पर रखने की मांग की गई. इस दौरान पुलिस और समाज के लोगों के बीच कहासुनी भी हुई. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस के उच्चाधिकारियों समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर डटा रहा.
बता दें कि, रुड़की नगर निगम के पास गंगनहर किनारे संत रविदास की मूर्ति हटाए जाने से नाराज दलित समाज के लोगों ने जमकर प्रदर्शन कर सिविल लाइन में जाम लगा दिया. जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची भारी पुलिस फोर्स ने जाम खुलवाने की कोशिश की. लेकिन प्रदर्शनकारियों ने जाम खोलने से साफ इंकार कर दिया. प्रदर्शनकारी संत रविदास की मूर्ति लगाने की मांग पर अड़े रहे. दलित समाज के लोगों में महिला और बच्चों में भी भारी आक्रोश देखने को मिला. हंगामा बढ़ता देख कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ-साथ पीएसी की बटालियन भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन प्रदर्शन कर रहे दलित समाज के लोग संत रविदास की मूर्ति स्थापित करने पर अड़े रहे.
जानकारी के मुताबिक बीती देर शाम गंगनहर किनारे घाट पर संत रविदास की मूर्ति लगा दी थी. सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने वीडियो रिकॉर्डिंग कराकर संत रविदास की मूर्ति को दूसरे स्थान पर स्थापित कर दिया. लेकिन मूर्ति हटाने से नाराज दलित समाज के लोग सड़क पर आ गए और उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते कर सिविल लाइन में जाम लगा दिया. गुस्साए प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए फिलहाल पुलिस प्रशासन की टीम प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर मामले को शांत करने में जुटी हुई हैं.
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मौके पर पहुंच रुड़की एएसडीएम पूरन सिंह राणा ने प्रदर्शनकारियों को समझाया. फिलहाल आज प्रशासन और समाज के जिम्मेदार लोगों की बैठक होगी. पूरन सिंह राणा ने बताया कि रविदास मंदिर कमेटी द्वारा मूर्ति स्थापित की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया है, जिनको लेकर वार्ता की जाएगी. उन्होंने बताया कि सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है. किसी भी तरह की अशांति फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.