हरिद्वार: देश की भारी विद्युत संयत्र बनाने वाली महारत्न कंपनी बीएचईएल भी ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सामने आयी है. बीएचईएल ने अपनी हरिद्वार इकाई में दो ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया है. बीएचईएल ने दिल्ली, नोएडा, मेरठ, आगरा आदि शहरों में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी है. कोरोना मरीजों के लिए जरूरत को देखते हुए बीएचईएल ने अपने दो प्लांट में ऑक्सीजन का इंडस्ट्रियल उपयोग फिलहाल बंद कर दिया है.
बीएचईएल के अपर महाप्रबंधक राकेश मानिकताला के अनुसार कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की भारी किल्लत को देखते हुए बीएचईएल ने अपने दोनों प्लांट में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया है. फिलहाल, दोनों प्लांट से 24 हजार क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है. मनिक ताला ने बताया की दो दिन से ऑक्सीजन दिल्ली, मेरठ, आगरा, नोएडा आदि शहरों में भेजी जा रही है.
भेल की ऑक्सीजन 95 फीसदी शुद्ध
बीएचईएल में ढाई सौ क्यूबिक मीटर और साढ़े सात सौ क्यूबिक मीटर प्रति घंटे की क्षमता के दो प्लांट है. इन दोनों प्लांट में इस वक्त केवल मेडिकल जरूरत के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है. अपर महाप्रबंधक नवीन कौल के अनुसार बीएचईएल की ऑक्सीजन की शुद्धता 95 प्रतिशत है. जब तक जरूरत होगी तब तक बीएचईएल केवल मेडिकल उपयोग के लिए ऑक्सीजन बनाएगा.
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भेल की ऑक्सीजन के दाम कम
कौल ने बताया कि हम ऑक्सीजन मेरठ, दिल्ली, आगरा, नोएडा आदि स्थानों पर निजी एवं सरकारी अस्पतालों में भेज रहे हैं. इनमें मिलिट्री हॉस्पिटल भी शामिल हैं. साथ ही उनकी ऑक्सीजन का रेट भी काफी कम है. कौल ने लोगों से अपील की है कि इस विपदा की घड़ी में ऑक्सीजन को ब्लैक ना करें.