हरिद्वार: तीन दिन से हरिद्वार में चल रहा भारतीय किसान यूनियन(अम्बावत) गुट का राष्ट्रीय अधिवेशन और चिंतन शिविर का आज समापन हो गया. इस दौरान अम्बावत गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल ने मोदी और योगी सरकार पर हमला बोला. साथ ही अम्बावत गुट ने प्रभारी तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर छ सूत्रीय मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया.
धर्मनगरी हरिद्वार में अलकनंदा घाट पर आयोजित भारतीय किसान यूनियन अंबावत के राष्ट्रीय अधिवेशन एवं चिंतन शिविर के तीसरे दिन यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने किसानों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया. इस दौरान 6 सूत्रीय ज्ञापन में सरकार से कर्ज माफी, एमएसपी, गन्ना मूल्य, शुगर मिलों पर बकाया भुगतान के साथ हरिद्वार में अवैध खनन पर रोक और शराब की दुकानों को शहर की सीमा से पांच किलोमीटर दूर करने की मांगें शामिल हैं. जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में प्रभारी तहसीलदार मधुकर जैन ने अधिवेशन स्थल पर पहुंचकर किसानों से ज्ञापन लिया.
अधिवेशन को संबोधित करते हुए अंबावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावत ने कहा किसान अब जागरूक हो चुका है. उन्होंने कहा अब किसान किसी के बहकावे में आना वाला नहीं है. सरकार की उपेक्षा से आहत किसान 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन करने के लिए तैयार है.चौधरी ऋषिपाल ने कहा केंद्र सरकार किसानों और आम जनता की उम्मीदों को पूरा करने में नाकाम रही है. दिल्ली में चले किसान आंदोलन के दौरान 800 किसान शहीद हो गए. आंदोलन समाप्त कराने के लिए सरकार और किसानों के बीच हुई वार्ता में सरकार ने किसानों से एमएसपी पर गारंटी देने का वादा किया, लेकिन वादे को पूरा नहीं किया गया. जिसे लेकर पूरे देश के किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी है.