हरिद्वार: गुरुवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि की कोरोनिल दवा विवाद को लेकर सफाई दी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बाबा रामदेव ने चीन और नेपाल पर भी जमकर हमला बोला. योगगुरु बाबा रामदेव ने नेपाल और चीन के साथ भारत के संबंधों पर तीखा प्रहार करते हुए चीन को धोखेबाज और जाहिल देश बताया. उन्होंने कहा चीन कभी भी हमारा दोस्त नहीं हो सकता, जबकि नेपाल से हमारा राम और कृष्ण के समय से ही स्वाभाविक और परंपरागत मित्र है.
बाबा रामदेव ने कहा कि चीन की साम्राज्यवादी और उपनिवेशवाद नीतियां भारत और नेपाल दोनों के ही हित में नहीं हैं. योगगुरु ने कहा चीन का दूसरा नाम ही बीमारी और महामारी है. इससे जितना बचा जाए उतना अच्छा है. वहीं, बाबा रामदेव ने कहा चीन के साथ अब मोदी को जो भी करना पड़े उसके लिए सेना को खुली छूट होनी चाहिए. योग गुरु बाबा रामदेव ने चाइनीज एप पर लगाये गये प्रतिबंध का समर्थन करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का बड़ा राजनीतिक और साहसिक कदम है.
पढ़ें- मॉनसून में बढ़ा डेंगू का खतरा, तैयारी में जुटा कोटद्वार नगर निगम
बाबा रामदेव ने कहा कि हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे को अब बाय-बाय करने का वक्त आ गया है. इसकी जगह अब हिंदी-चीनी की अब होगी आपस में जुदाई और अगर करनी पड़े कुटाई और लड़ाई तो अब उसके लिए भी तैयार रहना चाहिए. उन्होंने चीन को एक क्रूर और धोखेबाज देश बताया. साथ ही उन्होंने सीमा पर सेना को खुला छूट देने की बात कही.
पढ़ें- वित्तीय संकट से जूझ रही फैक्ट्रियों को राहत, कुमाऊं में 18 हजार कर्मचारियों को मिला योजना का लाभ
नेपाल के साथ रिश्तों को लेकर बोलते हुए बाबा रामदेव ने कहा भारत-नेपाल की भले ही अलग अलग और राजनीतिक सीमाएं हो, मगर मन,धर्म संस्कृति, पूर्वज और रोटी-बेटी के रिश्ते से दोनों देशों के बीच जुड़ाव है. उन्होंने कहा नेपाल का हित भारत के साथ है. उन्होंने कहा नेपाल के पूर्व पीएम प्रचंड भी चीन का समर्थन नहीं कर रहे हैं. भारत और नेपाल दोनों देशों को मिलकर चीन से लड़ना होगा.