हरिद्वार: हैदराबाद के नाम को लेकर एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है. योगी आदित्यनाथ के बयान के समर्थन में अब योग गुरु बाबा रामदेव भी आ गये हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना देना नहीं है. हैदराबाद का प्राचीन ऐतिहासिक और गौरव पूर्ण नाम भाग्यनगर ही है. बाबा रामदेव ने देश के तमाम ऐसे राज्यों के नाम बदलने की बात भी कही है जो आज भी मुगल शासन और अंग्रेजों के वक्त में रखे गए थे. साथ ही बाबा रामदेव ने लगातार बढ़ रहे कोरोना प्रकोप पर भी चिंता व्यक्त की है.
हैदराबाद के नाम बदलने को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि यह सत्य है कि कई ऐतिहासिक भूल हुई हैं. हरिद्वार में जहां हमारा योग ग्राम बना है उसके पास के गांव का नाम भी औरंगाबाद है. हरिद्वार से औरंगजेब का क्या लेना देना था? हमारे कई तीर्थों के नामों को भी गलत नामों से संबोधित किया गया. इलाहाबाद को अल्लाह बाद दिया गया, अयोध्या का नाम फैजाबाद, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले को लोग आज भी सांभाजी नगर बोलते हैं.
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ऐसे देश में कितने नाम हैं जिनके जरिए मुगल और अंग्रेजों ने हमारी पहचान मिटाने की कोशिश की है.रामदेव का कहना है कि यह सच है कि हैदराबाद का हैदर से कोई लेना देना नहीं है, हैदराबाद का प्राचीन और गौरव पूर्ण नाम भाग्यनगर ही है और उसे वहीं होना चाहिए.
वहीं, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप को लेकर भी बाबा रामदेव ने भी चिंता जाहिर की. बाबा रामदेव का कहना है कि लोग सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, लोग त्योहारों में मास्क पहनना भूल गये हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि वे सब से अपील करते हैं कि दो गज दूरी और मास्क जरूर लगाएं.
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रामदेव का कहना है कि हम डेढ़ सौ देशों में शवाशरी और कोरनिल भेज रहे हैं. हमारे द्वारा बहुत बड़ा प्रयोग किया गया है. जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा. बाबा रामदेव ने कहा कि उनके द्वारा जेबरा फिश पर शवाशरी और कोरोनिल का परीक्षण किया गया. जेबरा फिश को शवाशरी और कोरनिल नहीं दिया, उसमें से 25% मछलियां कुछ ही दिनों में मर गई. जिन्हें शवाशरी और कोरनिल दी गई वह 100% बच गई.
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हमने एनिमल ट्रायल से लेकर के ह्यूमन ट्रायल का काम किया है. शवाशरी और कोरनिल के सेवन को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन की खुद निगरानी कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी बात है. मगर वैक्सिन कोरोना की दवाई नहीं है. वैक्सीन लगाने से आप कोरोना से बच सकते हैं, मगर कोरोना होने के बाद कोई वैक्सीन काम नहीं करेगी. इसके लिए आपको सिर्फ योगा और शवाशरी कोरनिल लेनी पड़ेगी.