हरिद्वार: योग गुरु बाबा रामदेव ने आज पतंजलि योगपीठ में 108 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया. इस मौके पर बालकृष्ण और पंतजलि का स्टाफ भी मौजूद था. बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भी पतंजलि योगपीठ में गणतंत्र दिवस मनाया.
ममता बनर्जी को बाबा रामदेव की नसीहत
इस मौके पर बाबा रामदेव ने राजनीतिक बयान भी दिए. योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि ममता बनर्जी को अगर सत्ता बचानी है तो राम और कृष्ण को भी उतना ही महत्व देना होगा जितना वो इस्लाम को देती हैं. बाबा रामदेव ने किसानों और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध को भी खत्म करने के लिये प्रार्थना की. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि इस मसले को अतिशीघ्र सुलझा लिया जाए.
शिक्षा में लाएंगे क्रांति- बाबा रामदेव
इस मौके पर बाबा रामदेव ने योग, आयुर्वेद और स्वदेशी की क्रांति के बाद अब पतंजलि शिक्षा की क्रांति लाने का संकल्प भी लिया. उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति और सभ्यता को बचाने के लिए अब शिक्षा में क्रांति लाएंगे.
ये भी पढ़ें: सीएम ने डिजिटल माध्यम से पंचायतों को हस्तांतरित किए 93.32 करोड़ रुपए
सरकार-किसान गतिरोध हो खत्म
बाबा रामदेव ने किसानों के आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि आज गणतंत्र दिवस के मौके पर मेरी भगवान से प्रार्थना है कि किसानों और सरकार के बीच चल रहा गतिरोध खत्म होना चाहिए. मेरा सत्ताधीशों से भी हैं अनुरोध है कि यह गतिरोध जल्द खत्म हो. किसान और सरकार दोनों अच्छी पहल करें. किसानों के हित के लिए पतंजलि भी पुरुषार्थ करेगी. देश के किसान दाल, खाद्यान्न, चीनी आदि में तो आत्मनिर्भर बन गए हैं मगर खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर नहीं बन पाए हैं. देश का दो-ढाई लाख करोड़ रुपये बचाने के लिए भी पतंजलि इस क्षेत्र में कार्य कर रही है.
ये भी पढ़ें: देहरादून से भारतीय संविधान का है गहरा नाता, यहीं रखी है संविधान की पहली प्रिंटेड कॉपी
वहीं इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रभु श्री राम के नाम से होने वाली चिढ़ पर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे भारत में बच्चों के नाम भी राम और कृष्ण के नाम पर रखे जाते हैं. श्री राम के संस्कारों से हम पुष्पित और पल्लवित हुए हैं. इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. ममता बनर्जी को मेरी सलाह है कि अगर वह अपनी सरकार वापस लाना चाहती हैं तो वह राम और कृष्ण समेत सभी देवी-देवताओं, भारत और भारतीय संस्कृति को भी उतना ही गौरव दें जितना गौरव वो इस्लाम को देती हैं. भारत हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई का देश है. सबको साथ लेकर ही सत्ता के शिखर पर पहुंचा जा सकता है.