हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में हुई धर्म संसद का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. हरिद्वार धर्म संसद को लेकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने प्रतिक्रिया जारी की है. उन्होंने कहा कि हर हिंदू भारत में राम राज्य लाना चाहता है. धर्म संसद में हेट स्पीच नहीं थी. वहीं, उन्होंने महात्मा गांधी के लिए की गई टिप्पणी के मामले पर निंदा की.
हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज ने मां मनसा देवी मंदिर की सालाना पूजा-अर्चना में कहा कि हर व्यक्ति स्वतंत्र होकर अपनी बात को रख सकता है. धर्म संसद में हेट स्पीच नहीं थी. हर हिंदू व्यक्ति चाहता है कि राम राज्य बने. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के प्रति इस्तेमाल की गई भाषा उचित नहीं है. यह बहुत ही निंदनीय है.
मंदिर परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि धर्म संसद में हेट स्पीच नहीं की गई. बल्कि राम राज्य की मांग उठाई जा रही थी. भारत में रहने वाला हर हिंदू व्यक्ति चाहता है कि राम राज्य की स्थापना हो. उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों ने जिस तरह से गलत भाषा का प्रयोग किया, वह उचित नहीं है. गांधी के प्रति गलत भाषा का प्रयोग अनुचित है. हम पहले भी इसकी निंदा कर चुके हैं. इस तरह की भाषा निंदनीय है.
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उन्होंने कहा कि सरकार धर्म एवं संस्कृति का समर्थन करती हैं. इसलिए संत समाज भी सरकार को मानता है. जब धर्म और संस्कृति ही नहीं बचेगी तो कुछ भी नहीं बचेगा. मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा ने कहा कि मंदिर में आने वाले समस्त श्रद्धालुओं को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण करने के साथ ही गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है. मंदिर में भी कोरोना गाइडलाइन के तहत पूजा-अर्चना की जा रही है. कोरोना के प्रति सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है.