हरिद्वारः टोक्यो ओलंपिक के 11वें दिन (2 अगस्त) भारत की महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचा दिया है. रानी रामपाल की इस टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दिया है. इसी के साथ उसने पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. महिला हॉकी टीम में हरिद्वार के रोशनाबाद की स्वर्गीय नाहर सिंह की बेटी वंदना कटारिया भी हैं. वंदना कटारिया भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं.
भारतीय महिला हॉकी टीम की इस उपलब्धि से वंदना के परिवार में खुशी का माहौल है. वंदना के परिजनों का कहना है कि उनको उम्मीद है कि भारतीय टीम के साथ वंदना गोल्ड मेडल जीतकर आएगी और अपने माता-पिता के साथ उत्तराखंड का भी नाम रोशन करेगी.
वंदना की मां सौरण देवी का कहना है कि भारतीय टीम की परफॉर्मेंस को देखकर लग रहा है कि भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीतकर ही आएगी. वहीं, वंदना की मां ने बताया कि वंदना ने टोक्यो जाने के दौरान कहा था कि मैं जीत कर आऊंगी. अब लग रहा है कि वह सच होने जा रहा है.
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वंदना कटारिया के भाई पंकज कटारिया ने कहा कि भारतीय टीम बहुत अच्छा खेल रही है. वंदना ने एक इतिहास लिख दिया है. इस उपलब्धि पर वंदना का बड़ा संघर्ष है. एक छोटे से गांव से निकलकर इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करना बड़े गर्व की बात है. भाई पंकज ने बताया कि गांव में वंदना का खेलना कई लोगों को नागवार लगता था. लेकिन अब गांव के लोग वंदना के इस प्रदर्शन ने बेहद खुश हैं.