हरिद्वार: पथरी थाना क्षेत्र में जहरीले शराब कांड मामले में फरार चल रही आरोपी विजेंद्र की पत्नी बबीता को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है. इस मामले में आरोपी विजेंद्र की गिरफ्तारी पहले हो चुकी है. बबीता की गिरफ्तारी के लिए हरिद्वार एसएसपी ने एसआईटी का भी गठन किया था. बुधवार शाम पूरी हुई मतगणना में बबीता 1 वोट से चुनाव जीत गई, चुनाव जीतते ही पथरी पुलिस और एसआईटी ने बबीता को गुरुवार दोपहर उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें, विगत 10 सितंबर को पथरी के फूलगढ़ आदि क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी. इस कांड से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने शराब पिलाने के आरोपी विजेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि इस मामले की दूसरी आरोपी विजेंद्र की पत्नी बबीता अभी तक फरार ही चल रही थी.
बुधवार शाम पूरी हुई मतगणना में बबीता 1 वोट से चुनाव जीत गई. चुनाव जीतते ही पथरी पुलिस और एसआईटी ने बबीता को गुरुवार दोपहर उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्तारी से अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. हर कोई यही कह रहा है कि बबीता को चुनाव जीताने के लिए ही पुलिस ने अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं की थी.
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थानाध्यक्ष पथरी पवन डिमरी ने बताया कि फरार चल रही बबीता की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही थी, लेकिन वह गिरफ्तार नहीं हो पा रही थी. गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर इलाके से ही बबीता को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा.
फूलगढ़ और शिवगढ़ में दिखा था जहरीली शराब का कहर: कच्ची शराब पीने से गांव फूलगढ़ (Haridwar Phulgarh Village) निवासी राजू अमरपाल और भोला की मौत हो गई. वहीं, शिवगढ़ गांव में मनोज की भी कच्ची शराब पीने से मौत हुई. अमरपाल की जॉलीग्रांट अस्पताल (Jolly Grant Hospital) में मौत हुई. स्थानीय लोगों का कहना है था पंचायत चुनाव के चलते वोटरों को लुभाने के लिए शराब का लालच दिया गया.
विजेंद्र पर शराब बांटने का आरोप: ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी गांव में रोजाना कच्ची शराब बांटी, जिसे पीने से बीती रात भी चार लोगों की मौत हो गई.