रुड़की: कोरोना का कहर अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ और डेंगू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. रुड़की के लंढौरा क्षेत्र के गाधारोना में अभी तक 40 से अधिक लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, जिसको लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
रुड़की सिविल अस्पताल में डेंगू के 6 मरीज में भर्ती हैं. वहीं, 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है, जिसमें 24 घंटे डॉक्टर तैनात किए गए हैं. रुड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल का कहना कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में डेरा डाल रखा है.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों के सैंपल लेकर लगातार जांच कर रही है. साथ ही ग्रामीणों को डेंगू से बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर आमजन को भी जागरूक होना जरूरी है, तभी इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है.
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डेंगू के लक्षण: डेंगू मादा मच्छर के काटने से होता है. डेंगू एक तरह का वायरस है जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.
डेंगू से बचाव
- अपने घरों के आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देने दें.
- कूलर, फूलदान समेत अन्य स्थानों पर पानी जमा नहीं होने दें.
- एक जगह पानी जमा होने पर लार्वा तेजी से पनपते हैं.
- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
- डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं, ऐसे कपड़े पहनें जो पूरे बदन को ढक सकें.
- डेंगू जैसे लक्षण महसूस होने पर खूब पानी पीना चाहिए.
- बुखार आने पर पैरासिटामॉल भी ले सकते हैं.
- पर्याप्त मात्रा में आराम करना चाहिए.
- चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए.