देहरादून: उत्तराखंड की एक और बेटी अब नए कीर्तिमान बनाने के सफर के लिए रवाना हो चुकी है. प्रदेश के सीमांत जनपद उत्तरकाशी निवासी पर्वतारोही 25 वर्षीय सविता कंसवाल नई दिल्ली से एवरेस्ट फतह करने के लिए रवाना हुईं. प्रसिद्ध लेखक प्रसून जोशी ने उन्हें फ्लैग ऑफ कर रवाना किया है.
सविता कंसवाल ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि उनका सपना है कि वह एक दिन एवरेस्ट फतह करेंगी. उस मंजिल को पाने के लिए वह अपने प्रथम चरण पर पहुंच चुकी हैं. अब उस दिन का इंतजार है कि जिस दिन वह एवरेस्ट फतह कर अपने माता-पिता का सपना पूरा करेंगी.
सविता ने बताया कि उनके इस सपने को पूरा करने में कई लोगों ने क्राउड फंडिंग से उनका सहयोग किया है. इसके लिए उन्होंने राज भट्ट, मोहित गोयल, सुधीर बिंजोला, राजीव रावत सहित नरेन राकेश जोशी, वत्सला, प्रदीप नैथानी, मोनिका और निरुपमा का धन्यवाद किया. जिन्होंने सविता के सपने को अपना सपना समझकर उनका सहयोग किया.
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बता दें कि गत वर्ष सविता कंसवाल ने दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से (8516मी) को फतह किया था और भारत की चौथी महिला का कीर्तिमान हासिल किया. वहीं, इस कामयाबी के बाद नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने सविता कंसवाल को निम में प्रशिक्षक के तौर पर नियुक्त किया.
सविता कंसवाल उत्तरकाशी के लौंथरू गांव के किसान परिवार से तालुक्क रखती हैं. सविता के पिता राधेश्याम कंसवाल और उनकी माता कमलेश्वरी देवी ने किसी प्रकार खेती से आर्थिकी जुटाकर उनको इस काबिल बनाया. सविता अपने परिवार में चार बहिनों में सबसे छोटी बहन है.