ऋषिकेश: श्रमिकों ने बाजार से तहसील परिसर तक जुलूस निकालकर सहायक श्रम आयुक्त (Assistant Labor Commissioner) के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. तहसील परिसर में सहायक श्रम आयुक्त का पुतला फूंक कर अपना गुस्सा भी जाहिर किया. इस मौके पर दर्जनों श्रमिक सहायक श्रम आयुक्त के ट्रांसफर की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.
कई वर्षों के बाद श्रमिकों ने अखिल भारतीय सर्वजन श्रमिक कल्याण समिति के बैनर तले सहायक श्रम आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोला है. जुलूस के रूप में तहसील पहुंचे श्रमिकों को पुतला दहन के बाद संबोधित किया गया. समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमनाथ राव ने कहा कि जब से सहायक श्रम आयुक्त केके गुप्ता का ऋषिकेश में ट्रांसफर हुआ है, तब से लगातार मजदूरों का उत्पीड़न किया जा रहा है.
प्रेमनाथ राव ने कहा कि सरकार मजदूरों के हितों में तमाम योजनाएं लागू कर रही है, जिसका लाभ भी सहायक श्रम आयुक्त मजदूरों को देने के लिए तैयार नहीं है. त्रिवेणी घाट चौराहे पर डेली मजदूरी करने के लिए खड़े होने वाले श्रमिकों का उत्पीड़न सबसे ज्यादा किया जा रहा है. मजबूर होकर श्रमिकों को सहायक श्रम आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा है.
श्रमिकों ने जल्द से जल्द सहायक श्रम आयुक्त का ट्रांसफर करने की मांग सरकार से की है. चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांग पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो अनिश्चितकालीन तक चलने वाले धरने प्रदर्शन को वह क्रमिक अनशन और आमरण अनशन में भी तब्दील कर देंगे.