मसूरी: गूंज संस्था ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दो दिन पहले मसूरी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें महिलाओं ने खूब अपनी प्रतिभा दिखाई. इस कार्यक्रम में संस्था की ओर से अपने जीवन में संघर्ष कर मुकाम हासिल करने वाली महिलाओं सहित विभिन्न महिला संगठनों, महिला समूहों को सम्मानित भी किया गया.
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक शैलारानी रावत ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण महिलाओं के संघर्ष व कुर्बानी से बना है, मैं ऐसे में मुजफफर नगर कांड को नहीं भूल सकती उनके संघर्ष को नहीं भूल सकती. उन्होंने कहा कि आज महिलाओं को सहानुभूति की जरूरत नहीं है, बल्कि अवसर प्रदान करने की जरूरत है.
गूंज संस्था की सोनिया आनंद ने महिलाओं को महिला दिवस पर जो सम्मानित कर रही हैं उससे उनको नैतिक समर्थन व प्रोत्साहन मिलता है. उन्होंने गैरसैंण की घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना पुलिस व अराजक तत्वों के कारण घटी है इसमें मुख्यमंत्री का कोई दोष नहीं है. वहीं, साधना जयराज ने बताया कि महिला सशक्त है लेकिन अपनी ताकत को नहीं पहचान रही है. ऐसे में जो महिलााएं विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ चुकी है, उन्हें चाहिए की वे महिलाओं मे स्वाभिमान पैदा करे. महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें और समाज की निरंतर सेवा भी करते रहें.
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वहीं, गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया आनंद रावत ने बताया कि उनका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना व उनकी शक्ति को जगाना है. ताकि महिलाएं अपनी प्रतिभा को निखार सकें. इस मौके पर उन्होंने गढ़वाली गीत भी गाये. कार्यक्रम में लोक गायिका रेखा धस्माना उनियाल ने कहा कि महिलाओं में कोई कमी नहीं है लेकिन समाज को अपनी सोच बदलनी होगी. क्योंकि महिलाओं ने पहले भी अपनी काबिलियत से समाज व देश को आईना दिखाया है.