देहरादून: थाना डालनवाला क्षेत्र के अंतर्गत पुष्पाजंलि प्रोजेक्ट (Pushpanjali Infotech Limited) फिर विवादों में आ गई है. भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर के साथ भी फ्लैट बेचने के नाम पर एक करोड़ रुपए की धोखाधड़ी (Dehradun flat fraud case) का आरोप लगा है. विंग कमांडर की शिकायत के आधार पर कंपनी के डायरेक्टर दीपक मित्तल सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि डायरेक्टर दीपक मित्तल के खिलाफ पहले से ही कई मुकदमे धोखाधड़ी के दर्ज हैं.
विंग कमांडर नितिन नेगी निवासी शंकर विहार नई दिल्ली ने शिकायत दर्ज कराई कि पुष्पांजलि बिल्डर्स के प्रोजेक्ट एमिनेंट हाइट्स टावर में 12 अगस्त 2016 को डाउन पेमेंट प्लान के तहत फ्लैट खरीदा था. इसका बुकिंग एग्रीमेंट पुष्पांजलि इन्फोटेक लिमिटेड के डायरेक्टर दीपक मित्तल ने किया था. एग्रीमेंट होने के बाद समय-समय पर एक करोड़ 19 लाख 48 हजार 794 रुपए चेक और आरटीजीएस के माध्यम से दिए गए थे. डायरेक्टर द्वारा 2017 अक्टूबर या नवंबर तक फ्लैट पूरा कर देने का वादा किया था, लेकिन आज तक भी फ्लैट नहीं दिया गया.
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जानकारी के अनुसार दीपक मित्तल सहित उनकी पत्नी के खिलाफ देहरादून पुलिस द्वारा लुक आउट जारी किया हुआ है. दंपति देहरादून से फरार होकर दुबई में रह रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. थाना डालनवाला प्रभारी एनके भट्ट ने बताया कि दिल्ली निवासी नितिन नेगी की तहरीर के आधार पर पुष्पांजलि इन्फोटेक लिमिटेड के डायरेक्टर दीपक मित्तल सहित तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुष्पांजलि बिल्डर्स और दीपक मित्तल पर कई मुकदमे: बता दें कि पुष्पांजलि इंफ्राटेक लिमिटेड के डायरेक्टर बिल्डर दीपक मित्तल और उसकी पत्नी समेत अन्य लोगों पर देहरादून सहित कई राज्यों के ग्राहकों को फ्लैट अपार्टमेंट बेचने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी मामले में इससे पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं. इस धोखाधड़ी का मुख्य आरोपी बिल्डर दीपक मित्तल 2020 से दुबई में पनाह लेकर छिपा बैठा है. हालांकि, कुछ समय पहले देहरादून पुलिस की सख्ती पर आरोपी बिल्डर दीपक मित्तल ने दून पुलिस को ईमेल के माध्यम से पत्र लिखकर सभी ग्राहकों के रुपये वापस करने और फ्लैट का कब्जा देने का वादा किया था. लेकिन आरोप है कि पुलिस को गुमराह कर आज तक आरोपी बिल्डर का कोई अता-पता नहीं है. ऐसे में शिकायतकर्ता एक के बाद एक दीपक मित्तल पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज करा रहे हैं.