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मसूरी यमुना पेयजल योजना बनी परेशानी का सबब, गड्ढों ने बढ़ाई मुसीबत, बूंद-बूंद पानी को तरसे लोग - mussoorie yamuna peyjal yojana

मसूरी में ₹144 करोड़ की लागत से मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत पेयजल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, जिसके चलते मार्गों को खोदा जा रहा है. खुदाई में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

mussoorie yamuna peyjal yojana
मसूरी
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Published : Mar 14, 2022, 1:26 PM IST

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में इन दिनों ₹144 करोड़ की लागत से मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत पेयजल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, जिसको लेकर मसूरी के कई संपर्क मार्गों के साथ मसूरी के माल रोड को खोदा जा रहा है. वहीं, कई क्षेत्रों में पेयजल लाइन डालने के बाद सड़क का निर्माण नहीं कराया गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं, माल रोड में हो रही खुदाई के कारण दुकानों का हाल बेहाल है. धूल के कारण दुकानों में रखा सामान खराब हो रहा है. माल रोड खुदाई के कारण पानी, बिजली और टेलीफोन की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लोग परेशान हैं. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन कार्यदाई संस्था, जल निगम और गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं हैं, जिससे लोगों में संबधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ भारी आक्रोश है.

मसूरी में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे लोग.

मसूरी के वरिष्ठ भाजपा नेता मदन मोहन शर्मा का कहना है कि वह अपनी पत्नी के साथ घर में अकेले रहते हैं. ऐसे में पिछले 5 दिनों से उनके घर में एक बूंद पानी नहीं आया है. वह 75 साल की उम्र में घर से कुछ दूरी पर स्थित होटल से बाल्टी में पानी लाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि कई बार इसको लेकर गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन कोई इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.

ऐसे में भाजपा नेता अमित भट्ट को पूरे मामले से अवगत कराया गया, जिसके बाद अमित भट्ट ने गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों से वार्ता की और उनको चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के अंदर क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति नहीं की जाती, तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ विभाग के खिलाफ आंदोलन करने के लिये मजबूर होंगे. जिसके बाद गढ़वाल जल संस्थान और जल निगम के अधिकारी ठेकेदार के साथ मौके पर पहुंचे और पेयजल लाइन को ठीक करने का काम शुरू किया गया लेकिन देर शाम तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई.
पढ़ें- फूलदेई पर फूलों से महकी सीएम आवास की चौखट, धामी ने बच्चों को दिया शगुन

भाजपा नेता अमित भट्ट ने कहा कि मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा केंद्र से ₹144 की मसूरी यमुना पेयजल योजना को स्वीकृत कराया गया था. लेकिन ठेकेदार और जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मसूरी की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से वार्ता करेंगे, जिससे मसूरी में पेयजल लाइन को व्यवस्थित तरीके से डलवाया जा सके.

इस पर ठेकेदार का कहना है कि मसूरी माल रोड में पेयजल लाइनों को डालने में उनको कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि माल रोड में ही बिजली पानी के साथ टेलीफोन की लाइनें भी हैं, जिसको बचाते हुए सड़क को खोदनी पड़ रही है, जहां भी दिक्कत आ रही है, उस समस्या का तत्काल निराकरण किया जा रहा है. लेकिन कुछ समस्याएं जटिल हो रही हैं, जिनका निराकरण करने में समय लग रहा है.

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में इन दिनों ₹144 करोड़ की लागत से मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत पेयजल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है, जिसको लेकर मसूरी के कई संपर्क मार्गों के साथ मसूरी के माल रोड को खोदा जा रहा है. वहीं, कई क्षेत्रों में पेयजल लाइन डालने के बाद सड़क का निर्माण नहीं कराया गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं, माल रोड में हो रही खुदाई के कारण दुकानों का हाल बेहाल है. धूल के कारण दुकानों में रखा सामान खराब हो रहा है. माल रोड खुदाई के कारण पानी, बिजली और टेलीफोन की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे लोग परेशान हैं. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन कार्यदाई संस्था, जल निगम और गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं हैं, जिससे लोगों में संबधित विभाग और ठेकेदार के खिलाफ भारी आक्रोश है.

मसूरी में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे लोग.

मसूरी के वरिष्ठ भाजपा नेता मदन मोहन शर्मा का कहना है कि वह अपनी पत्नी के साथ घर में अकेले रहते हैं. ऐसे में पिछले 5 दिनों से उनके घर में एक बूंद पानी नहीं आया है. वह 75 साल की उम्र में घर से कुछ दूरी पर स्थित होटल से बाल्टी में पानी लाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि कई बार इसको लेकर गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन कोई इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.

ऐसे में भाजपा नेता अमित भट्ट को पूरे मामले से अवगत कराया गया, जिसके बाद अमित भट्ट ने गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों से वार्ता की और उनको चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के अंदर क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति नहीं की जाती, तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ विभाग के खिलाफ आंदोलन करने के लिये मजबूर होंगे. जिसके बाद गढ़वाल जल संस्थान और जल निगम के अधिकारी ठेकेदार के साथ मौके पर पहुंचे और पेयजल लाइन को ठीक करने का काम शुरू किया गया लेकिन देर शाम तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई.
पढ़ें- फूलदेई पर फूलों से महकी सीएम आवास की चौखट, धामी ने बच्चों को दिया शगुन

भाजपा नेता अमित भट्ट ने कहा कि मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा केंद्र से ₹144 की मसूरी यमुना पेयजल योजना को स्वीकृत कराया गया था. लेकिन ठेकेदार और जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मसूरी की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से वार्ता करेंगे, जिससे मसूरी में पेयजल लाइन को व्यवस्थित तरीके से डलवाया जा सके.

इस पर ठेकेदार का कहना है कि मसूरी माल रोड में पेयजल लाइनों को डालने में उनको कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि माल रोड में ही बिजली पानी के साथ टेलीफोन की लाइनें भी हैं, जिसको बचाते हुए सड़क को खोदनी पड़ रही है, जहां भी दिक्कत आ रही है, उस समस्या का तत्काल निराकरण किया जा रहा है. लेकिन कुछ समस्याएं जटिल हो रही हैं, जिनका निराकरण करने में समय लग रहा है.

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