देहरादून: अगस्त 2020 में उत्तराखंड सीनियर टीम का मुख्य कोच नियुक्त किए गए वसीम जाफर ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है. वसीम जाफर ने मुख्य कोच पद से न सिर्फ इस्तीफा दिया, बल्कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों और सिलेक्शन टीम पर भी कई आरोप भी लगाए हैं. वसीम जाफर ने अपने इस्तीफे में जिक्र किया है कि विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने से पहले न तो उनसे पूछा गया और न ही सलाह ली गई. सीएयू के पदाधिकारियों और सिलेक्शन कमेटी ने मनमाने ढ़ग से टीम का चयन किया है.
वसीम जाफर ने आरोप लगाया कि उन्हें उनकी पसंद की टीम नहीं दी जा रही है, ऐसी स्थिति में काम करना उनके लिए मुश्किल है. जिसके चलते वह इस्तीफा दे रहे हैं. वसीम जाफर के मुख्य कोच पद से दिए गए इस्तीफे को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने स्वीकार कर लिया है.
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क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिमा वर्मा ने बताया कि वसीम जाफर और सिलेक्शन कमेटी के बीच तनातनी T-20 के लिए टीम चयन के दौरान से ही चल रही है. T-20 के लिए उत्तराखंड टीम चयन के दौरान भी वसीम जाफर ने इस्तीफा देने की बात कही थी. जिसके चलते सिलेक्शन कमेटी ने जाफर को उनकी पसंद की टीम दी थी. यहीं नहीं इकबाल अब्दुला समेत महत्वपूर्ण खिलाड़ियों का चयन उनके कहने पर ही किया गया, लेकिन जब टीम परफॉर्म नहीं कर पाई तो सवाल उठने ही थे.
इसके बाद जब विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम चयन की बात सामने आई तो वसीम जाफर ने फिर टीम की लिस्ट भेजी और उस दौरान सिलेक्शन कमेटी ने भी विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी थी. सिलेक्शन कमेटी जब विजय हजारे ट्रॉफी के लिए जब टीम की घोषणा करने जा रही थी, उससे पहले कमेटी ने वसीम जाफर को कई बार फोन किया था, लेकिन वसीम जाफर से संपर्क नहीं हो पाया. जिसके चलते कमेटी ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए फाइनल खिलाड़ियों की घोषणा कर दी.